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टमाटर के बाद अब आलू के बढ़ सकते हैं रेट, इस प्रदेश में उत्पादन घटने से गहराया संकट

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mahendra india news, new delhi

वैसे तो सब्जियों के रेट आसमान को छू रहे हैं। प्याज व टमाटर की महंगाई से त्रस्त आम व्यक्तिको अब आलू की महंगाई का झटका लग सकता है। आलू पैदावार प्रमुख प्रदेशों में शामिल हिमाचल प्रदेश के कुछ जिलों में आलू उत्पादन में गिरावट आने की आशंका है। ऐसे में आगे आलू के रेट और बढ़ने की उम्मीद है।

जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में इस वर्ष आलू की पैदावार कम होने की आशंका है। गर्मी के सीजन में भीषण गर्मी और सर्दियों की शुरुआत में देरी के कारण इस फसल की पैदावार में 30त्न की गिरावट आई है। बता दें कि गेहूं और मक्का के बाद आलू जिले की तीसरी मुख्य फसल है और इसे किसानों की आर्थिक स्थिति की बेहतरी में बड़ा सहारा माना जाता है.


आपको बता दें कि ऊना में आलू की खेती का रकबा करीब 1,200 हेक्टेयर पर स्थिर बना हुआ है। हालांकि, किसानों के आनुसार उत्पादन में करीब 30त्न की गिरावट से इस वर्ष पैदावार प्रभावित होगा. जिले में प्रतिवर्ष करीब 20,000-25,000 टन आलू की पैदावार होती है।

किसानों को आलू के मिल रहे अच्छे बबाव
किसान देवीलाल, राजेराम, जय सिंह ने कहा कि आलू की फसल को 3,000-3,600 रुपये प्रति क्विंटल का अच्छा रेट मिल रहा है, लेकिन सितंबर के पहले सप्ताहे में उच्च तापमान के कारण फसल की पैदावार बहुत कम रही।