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सिरसा में दहेज के खिलाफ एक मिसाल कायम की, चाहरवाला गांव के दुल्हे पक्ष ने लाखों रुपये न लेकर लिया सिर्फ एक रुपया व नारियल

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An example was set against dowry in Sirsa, the bridegroom's side of Chaharwala village took only one rupee and a coconut instead of lakhs of rupees
mahendra india news, new delhi

सिरसा जिले में दहेज के खिलाफ एक मिसाल कायम की है। सुसराल पक्ष ने शादी बिना किसी दान-दहेज के की। विदाई के समय लाखों रुपये की नगदी को वापस कर दिया। शादी की निभाई जाने वाली परंपरा के नाम पर सिर्फ एक रुपये और एक नारियल लिया।

गांव चाहरवाला निवासी प्रहलाद राय कड़वासरा के बेटे डा. भूपेंद्र की सिरसा निवासी भूप सिंह सहारण की बेटी नीलम के साथ शादी हुई। शादी समारोह में दुल्हा दुल्हन ने सात फेरे लिए। इसके बाद विदाई का समय हुआ। सुसराल पक्ष के द्वारा थाली में 21 लाख रुपये की नगदी रखी गई। मगर दूल्हें के पिता प्रहलाद राय कड़वासरा व परिवार के सदस्यों ने नगदी लेने से मना कर दिया। इसके बाद रस्म में केवल एक रुपया व नारियल ही लिया गया। दुल्हें पक्ष की तरफ से कहा गया कि हर पिता अपनी बेटी को पढ़ा-लिखाकर बड़ा करता है, लेकिन दहेज की चिंता उसे परेशान करती है। हमने समाज को दिखाया कि शादी सादगी और सम्मान से भी हो सकती है।


अच्छी पहल : बूमरा 
ंशादी समारोह में हरियाणा, राजस्थान, पंजाब सहित अनेक अन्य प्रदेशों के गणमान्य व रिश्तेदारों ने शिरकत की। दूल्हे पक्ष द्वारा दहेज नहीं लेने पर चौपटा पंचायत समिति के चेयरमैन सूरजभान बूमरा ने कहा कि चाहरवाला के कड़वासरा परिवार ने अच्छी पहल की है। आज के समय बेटा बेटी में कोई फर्क नहीं है। दहेज के खिलाफ एक मिसाल कायम की है। ऐसी पहल को आगे बढ़ाने के लिए सभी को आगे आना होगा।