चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में कृषि मेला में मुख्य अतिथि होंगे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी
Chief Minister Nayab Singh Saini will be the chief guest at the Agriculture Fair at Chaudhary Charan Singh Haryana Agricultural University
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय HAU में दो दिवसीय कृषि मेला (रबी) 21 व 22 सितंबर को आयोजित किया जाएगा। VC प्रो. बलदेव राज काम्बोज ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष मेले का विषय ‘प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन’ होगा। मेले का शुभारंभ 21 सितंबर को HARYANA के CM नायब सिंह सैनी बैतौर मुख्य अतिथि करेंगे। इस अवसर पर कृषि एवं किसान कल्याण, पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन मंत्री श्याम सिंह राणा विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद रहेंगे। मेले में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी व लोक निर्माण मंत्री रणबीर गंगवा तथा नलवा से विधायक रणधीर पनिहार भी उपस्थित रहेंगे।
कुलपति प्रो. काम्बोज ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी विश्वविद्यालय परिसर में नवनिर्मित मेला ग्राउंड का उद्घाटन करेंगे। नवनिर्मित मेला ग्राउंड में पक्के रास्ते, हरी घास युक्त मैदान, आधुनिक लाइटें, शौचालय तथा किसानों के लिए पीने के पानी का समुचित प्रबंध किया गया है। उन्होंने बताया कि मेले में कृषि औद्योगिक प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी जिसमें 300 से अधिक कृषि से संबंधित स्टाले लगाई जाएगी। प्राइवेट कंपनियों द्वारा लगाई जाने वाली स्टालों में उत्पादों एवं कृषि पद्धतियों को प्रदर्शित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मेले में चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय करनाल, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, उद्यान विभाग तथा मत्स्य विभाग की लगभग 100 स्टालें जाएगी। इन स्टालों में आधुनिक कृषि पद्धतियों, तकनीकों, सरकार की किसान हितैषी योजनाओं की जानकारी किसानों को दी जाएगी।
विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. बलवान सिंह मंडल ने बताया कि पूर्व की भांति इस साल भी यह मेला विश्वविद्यालय के गेट न. 3 के सामने मेला ग्रांउड पर लगाया जाएगा। इसके लिए मेला स्थल पर विभिन्न सरकारी बीज एजेंसियों के सहयोग से बिक्री काउंंटर स्थापित किए जाएंगे। किसानों को विश्वविद्यालय के अनुसंधान फार्म पर वैज्ञानिकों द्वारा उगाई गई खरीफ फसलें दिखाई जाएंगी तथा उनमें प्रयोग की गई टैक्नोलोजी की जानकारी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि किसानों की कृषि, पशुपालन तथा गृहविज्ञान संबंधी समस्याओं का समाधान करने के लिए मेले के दोनों दिन प्रश्रोत्तरी सभाएं आयोजित की जाएंगी। मेला स्थल पर मिट्टी, सिंचाई जल व रोगी पौधों की वैज्ञानिक जांच करवाने की किसानों को सुविधा दी जाएगी। इसके साथ-साथ दोनों दिन फसल प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी।
सह निदेशक (विस्तार) डॉ. कृष्ण यादव ने बताया कि कृषि मेले में लगने वाली एग्रो-इंडस्ट्रियल प्रदर्शनी के लिए स्टॉलों की बुकिंग शुरू की जा चुकी है। प्राइवेट कंपनियों को स्टॉल ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर आवंटित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया इस बार किसानों की सुविधा के लिए उनके बैठने हेतु वाटर प्रूफ पंडाल होगा। प्रदर्शनी क्षेत्र में पक्के रास्तों का निर्माण किया गया है और मेला स्थल की सुरक्षा के लिए चार दिवारी व प्रकाश की व्यवस्था की गई है। उन्होनें बताया कि हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हर साल सितंबर में कृषि मेला आयोजित करता है जिसमें हरियाणा तथा पड़ोसी राज्यों से हजारों किसान भाग लेते हैं। इस मेले में एग्रो-इंडस्ट्रियल प्रदर्शनी भी लगाई जाती है जिसमें हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, लुवास तथा हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त विभिन्न कृषि निविष्टों तथा फार्म मशीनरी बनाने वाली कंपनियां भी भाग लेकर अपनी तकनीकी प्रदर्शित करती हैं।
