भाविप की राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता में डीपीएस सिरसा ने प्रथम स्थान प्राप्त कर लहराया परचम
mahendra india new delhi
दिल्ली पब्लिक स्कूल, सिरसा के विद्यार्थियों ने हिंदी एवं संस्कृत राष्ट्रीय स्तर की समूहगान प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर विद्यालय, नगर तथा समूचे हरियाणा को गौरवान्वित किया है। यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता 14 दिसंबर को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में भारत विकास परिषद के तत्वावधान में आयोजित की गई
जिसमें देशभर से आई 10 चयनित टीमों ने भाग लिया। प्रतियोगिता का शुभारंभ मां शारदा के पावन आशीर्वाद के साथ हुआ और उसी दिव्य कृपा से डीपीएस सिरसा के विद्यार्थियों ने शुद्ध उच्चारण, लयबद्ध स्वर और भावपूर्ण प्रस्तुति द्वारा निर्णायक मंडल को मंत्रमुग्ध कर दिया। उत्कृष्ट सामूहिक समन्वय एवं शास्त्रीय अनुशासन के कारण विद्यालय की टीम को प्रथम पुरस्कार से अलंकृत किया गया। इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि, भारत के सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश अरुण कुमार मिश्रा रहे।
उनके करकमलों से विजेता टीम को ट्रॉफी प्रदान की गई। विद्यालय आगमन पर विजेता विद्यार्थियों का भव्य स्वागत किया गया। विद्यालय परिसर ढोल-नगाड़ों की गूंज और करतल-ध्वनि से गुंजायमान हो उठा। इस अवसर पर विद्यालय की प्राचार्या डा. रमा दहिया ने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि यह विजय केवल डीपीएस सिरसा की नहीं, बल्कि सिरसा और पूरे हरियाणा की सांस्कृतिक चेतना की विजय है।
इन विद्यार्थियों ने यह सिद्ध कर दिया है कि साधना, अनुशासन और समर्पण से राष्ट्रीय स्तर पर भी श्रेष्ठता प्राप्त की जा सकती है। डा. रमा दहिया ने इस सफलता में संगीत शिक्षक देवजीत मितवा के योगदान की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि हमारे संगीत शिक्षक देवजीत मितवा का सतत मार्गदर्शन, संगीत के प्रति उनकी निष्ठा और विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारने का अथक प्रयास इस उपलब्धि की मूल शक्ति है। उनके प्रेरक निर्देशन ने बच्चों को आत्मविश्वासी और सांस्कृतिक रूप से सुदृढ़ बनाया। विजेता टीम में चैरिल, काव्या, नव्या, फ्लोरेंस, तन्वी, हरइनायत, भूमिशा शर्मा एवं वंश शामिल रहे। अंत में प्राचार्या ने सभी विद्यार्थियों को उपहार प्रदान कर उनका उत्साहवर्धन किया तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
