हरियाणा के डा. पुनीत गोयल ने प्राप्त किया पीएचडी में गोल्ड मेडल, उन्होंने ज्योतिष व वास्तु में डिप्लोमा व मास्टर्स का कोर्स भी किया था
उन्होंने बताया कि PHD में शोध के दौरान उन्होंने पाया की जहां वैदिक ज्योतिष की एक्यूरेसी लगभग 85 प्रतिशत रहती है। वहीं भृगु नंदी नाड़ी की एक्यूरेसी लगभग 92 फीसद रहती है और यह बात उन्होंने लगभग 70 शोध करके साबित की और वास्तु में उन्होंने यह साबित किया की दिशाओं और तत्वों में सामंजस्य किसी भी प्रकार की भूमि, ऑफिस, शॉप या घर का होना आवश्यक है।
अगर संतुलन बिगड़ता है तो परेशानियां आती हैं। आम व्यक्ति के लिए उन्होंने यह सलाह दी है कि अगर आप परेशानी में हैं तो आप एक अच्छे और सर्टिफाइड ज्योतिष विद्वान से या वास्तु शास्त्री से संपर्क करें, जो आपके जीवन की परेशानियों को कम करने में आपकी मदद कर सके। अपने आप से घर में या अपने जीवन में कोई उपाय न करें। जीवन में सकारात्मक रहें। इसके अलावा उन्होंने बताया कि रोजमर्रा के जीवन में अगर हम अपनी क्षमता के अनुसार दान पुण्य व पूजा पाठ करते हैं तो जीवन में परेशानी आने की संभावनाओं में कमी होती हैं। आगे उन्होंने बताया कि जीवन में खुलकर ही जीना चाहिए, ज्यादा वहम में नहीं पड़ना चाहिए।