राजस्थान में राष्ट्रीय अनुराग साहित्य सम्मान से अलंकृत हुई डा. शील कौशिक
mahendra india news, new delhi
लालसोट, दौसा (राजस्थान) की संस्था अनुराग सेवा संस्थान के स्थापना के 31 वर्ष पूरे होने पर संस्था की ओर से 11 राज्यों से 31 चुनिंदा हिंदी साहित्यकारों को राष्ट्रीय अनुराग साहित्य सम्मान से सम्मानित किया गया। हरियाणा प्रांत से जिला सिरसा की डा. शील कौशिक के माया का रहस्यमयी टीला बाल उपन्यास को राष्ट्रीय अनुराग बाल साहित्य सम्मान राजस्थान के राज्यपाल महामहिम हरिभाऊ बागड़े के कर-कमलों से प्राप्त हुआ।
मंचासीन अतिथियों में राजस्थान के आर एस एस के मुख्य प्रचारक कैलाश चंद, लालसोट विधायक रामविलास मीना, नगर परिषद सभापति पिंकी चतुर्वेदी, जिला क्लेक्टर देवेन्द्र कुमार आदि उपस्थित थे। सियाराम शर्मा एवं अंजीव अंजुम के कार्यक्रम के संयोजक एवं समन्वयक रहे। डा. कौशिक हिंदी साहित्य की राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिप्राप्त रचनाकार हैं, जिनकी विविध विधाओं यथा कहानी, लघुकथा, कविता, दोहा, उपन्यास, आलोचना तथा बालसाहित्य की कुल 66 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।
उनके साहित्य पर शोधार्थियों द्वारा पांच पीएचडी तथा छह एमफिल की जा चुकी है। अपने उत्कृष्ट साहित्य की बदौलत वे हरियाणा साहित्य अकादमी से साहित्य रत्न एवं हरियाणा की श्रेष्ठ महिला रचनाकार सम्मान के अतिरिक्त देश के 16 राज्यों तथा तीन देशों की प्रतिष्ठित संस्थाओं से सम्मानित एवं पुरस्कृत हो चुकी हैं।
