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होमगार्ड दिवस पर भारी पड़ रही सरकार की अनदेखी: रघुबीर सिंह/चंद्रपाल तंवर

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Government's negligence on Home Guard Day is proving costly: Raghubir Singh/Chandrapal Tanwar

Mahendra india news, new delhi
सिरसा। ऑल इंडिया होमगार्ड एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुवीर सिंह दहिया ने बताया कि प्रत्येक वर्ष 6 दिसंबर को पूरे देश में होमगार्ड दिवस मनाया जाता है। इस बार भी 63वां होमगार्ड स्थापना दिवस मनाया जा रहा है, लेकिन लाखों होमगार्ड जवानों के हाथ फिर भी खाली है। नागरिक सुरक्षा और होमगार्ड विभाग दोनों का कार्य है, काफी मात्रा में अलग है (सिविल डिफेंस) नागरिक सुरक्षा की 12 सेवाएं अलग है, जिनका मुख्य रूप से प्रयोग आपदा के समय किया जाता है, लेकिन होमगार्ड बल का इस्तेमाल पुलिस अपनी सहायक पुलिस बल के रूप में वर्षों से करता आ रहा है।

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंद्रपाल तंवर ने बताया की राज्यों में होमगार्ड विभाग के जवान कानून व्यवस्था पुलिस प्रशासन की सहायता मेला ड्यूटी चुनावी ड्यूटी अपराध के रोकथाम के लिए पुलिस पेट्रोलिंग के लिए बाढ़, आपदा अन्य महामारी में पुलिस बाल के साथ कार्य करता है और उनके समान ही होमगार्ड का जवान ड्यूटी करता है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार होमगार्ड के जवानों को पुलिस के जवान के बेसिक पे के समान वेतन दिया जाता है,

कृपया इसका अवलोकन गृह मंत्रालय से कर लें। चंद्रपाल तंवर ने बताया कि भारतीय दंड संहिता 21 के अर्थ अनुसार लोक सेवक का दर्जा मिलना चाहिए, क्योंकि होमगार्ड के जवान सभी कार्य पुलिस के समान  साथ में सहायक पुलिस के तौर पर कार्य करते हैं। ऑल इंडिया होमगार्ड  वेलफेयर एसोसिएशन (रजि.) की ओर से अपनी मांगों को लेकर देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, देश के गृहमंत्री व सहकारिता मंत्री अमित शाह सहित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्र शासित उपराज्यपाल को ज्ञापन दिए जा चुके हैं।

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ये हंै होमगार्ड जवानों की मांगें:
एक्ट 1946, 1961, 1963, 1965, 1969, 1974, 1980, 2006 में संशोधन हो, एक ही एक्ट लागू हो की होमगार्ड के जवानों को नियमित किया जाए। सबसे पहले स्वयंसेवक शब्द हटाया जाए और सभी देश के राज्यों के जवानों को 58 प्रतिशत का महंगाई भत्ता तुरंत प्रभाव से दिया जाए। समस्त जवानों को राज्य कर्मी का दर्जा दिया जाना चाहिए। सभी होमगार्ड जवानों को सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, एसएस बी की तर्ज पर सभी लाभ मिले। होमगार्ड के जवानों की संख्या पुलिस बल के साथ कानून व्यवस्था में बढ़ाई जाए। होमगार्ड के जवानों को सरकारी विश्वविद्यालय में प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड की जगह रखा जाए, होमगार्ड जवानों को जितने भी मेडिकल कॉलेज हैं, उनकी सुरक्षा में तैनात किया जाए, जितने भी सरकारी अस्पताल हैं, उन सभी में हरियाणा के होमगार्ड जवान सुरक्षा में तैनात किया जाए।

जितने भी सरकारी कॉलेज, आईटीआई अन्य शिक्षण संस्थान है, उनमें होमगार्ड के जवानों की सुरक्षा तैनात हो, जितने भी सरकारी कार्यालय हैं, उन सभी में होमगार्ड जवान की तैनाती सुरक्षा में हो, केंद्र व राज्यों में सभी एफसीआई के कार्यालय में होमगार्ड के जवान की नियुक्ति हो, जंगलात विभाग में फॉरेस्ट गाड्र्स के साथ होमगार्ड के जवानों के तैनाती हो, होमगार्ड जवानों को अपने बच्चों के लिए शिक्षा देने के लिए लोन की सुविधा हो, जवान कॉल आउट हो या काल ऑफ  सभी को दुर्घटना बीमा लाभ मिले, स्वयंसेवक जवानों का वेलफेयर फंड व सरकार की ओर से सेवानिवृत्ति होने पर पर 25 से 30 लाख का आर्थिक लाभ स्वयंसेवकों को दिए जाना चाहिए, जवान की अकारण मृत्यु उपरांत उनके एक परिजन को नौकरी दी जानी चाहिए। हरियाणा में काफी जवानों को बिना नोटिस के हटाया गया है,

किसी भी जवान को बिना नोटिस के किसी जवान को नहीं हटाना चाहिए। सभी होमगार्ड जवानों को 3 से 4 महीने का बेसिक प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। सातवें वेतन आयोग का संपूर्ण लाभ सभी राज्यों के जवानों को दिया जाना चाहिए, यानी होमगार्ड के जवानों को साथ में पुलिस कांस्टेबल के बेसिक पे का लाभ दिया जाना चाहिए, छटे और सातवें में वेतन का जितना भी बकाया एरिएर का लाभ  कुछ राज्यों को नहीं दिया वह भी होमगार्ड जवानों का बकाया है, उनको दिया जाना चाहिए।