IAS Mohan lal Jakhar : अनपढ़ मां-बाप का बेटा बना IAS अफसर, टॉप किया UPSC एग्जाम, पढ़ें सक्सेस स्टोरी

नाम है मोहन लाल जाखड़। इन्होंने भारत-पाकिस्तान सीमा पर बसे बाड़मेर के एक छोटे गांव भाडखा से कामयाबी की नई कहानी लिख दी है।
मोहन लाल जाखड़ सक्सेस स्टोरी उन युवाओं के लिए भी प्रेरणादायी है, जो एक बार सरकारी नौकरी लगने के बाद उसी में जिंदगी खपा देते हैं। फिर मेहनत करना ही छोड़ देते हैं। बड़ा लक्ष्य हासिल ही नहीं कर पाते हैं। मोहन वर्तमान में कृषि एवं किसान मंत्रालय में गुजरात के आणद में प्रशासनिक अधिकारी पद पर सेवाएं दे रहे हैं।
कलेक्टर बनकर ही माने मोहन लाल
मोहन लाल ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा 2023 पास करने से पहले राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) में सफलता हासिल की थी, मगर कलेक्टर बनने के लिए यूपीएससी की तैयारी भी जारी रखी और 53 रैंक पाकर आईएएस कैडर में जगह पक्की है। आने वाले दिनों में ये कलेक्टर बनकर सेवाएं देते भी नजर आ सकते हैं।
मोहन लाल के घर उमड़े लोग
बाड़मेर के गांव भाडखा में रविवार को मोहन लाल जाखड़ की सफलता पर स्नेह मिलन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें बाड़मेर जिला ही नहीं बल्कि राजस्थान में कई जगहों से लोग पहुंचे और मोहन लाल व उनके परिवार को बधाई दी।
माता-पिता दोनों अनपढ़
मोहन लाल जाखड़ के पिता चंदाराम जाखड़ बताते हैं कि वे उनकी पत्नी कभी स्कूल नहीं गए, मगर दो बेटे व एक बेटी के स्कूल-कॉलेजों की ओर बढ़ते कदम कभी नहीं रोके। बड़ा बेटा पुलिस में है। अब छोटा बेटा मोहन आईएएस बन गया। परिवार की आय का जरिया 40 एकड़ जमीन पर खेती व और 15-20 गाय हैं।
आईएएस मोहन लाल जाखड़ का जीवन परिचय
टॉपर-हिंदी माध्यम
रैंक-53
यूपीएससी में चौथा प्रयास
गांव- भाडखा बाड़मेर
उम्र-26 साल
पिता -चंदाराम जाखड़
माता-रामूदेवी
भाई- लुंबाराम जाखड़, कांस्टेबल बाड़मेर पुलिस
रूमा देवी ने भी शेयर की सकसेस स्टोरी
मोहन लाल जाखड़ के घर स्नेह मिलन समारोह में बाड़मेर विधायक प्रियंका चौधरी, बाड़मेर की सामाजिक कार्यकर्ता रूमा देवी समेत कई जाने माने लोगों ने शिकरत की। रूमा देवी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि 'बधाई भाई मोहन !! गाँव से अनपढ माँ बाप का बेटा IAS में 53 वीं रैंक हासिल कर लेता है तो गर्व होता ही है।
UPSC द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा-2023 में बाड़मेर के भाडखा गांव निवासी श्री मोहनलाल जी जाखड़ ने 53 वीं रैंक हासिल कर सम्पूर्ण क्षेत्र को गौरवान्वित किया है। आज उनके निवास पर जाकर इस उपलब्धि के लिए बधाई दी एवं शुभकामनाएं प्रेषित की।'