हरियाणा के सिरसा में फैमिली आईडी में दर्ज थी कम आय, जांच में किसी के पास ट्रैक्टर तो किसी के पास दुकान, किसी के पास बड़ा मकान

सिरसा जिला के अतिरिक्त उपायुक्त लक्षित सरीन ने बताया कि जिला में परिवार पहचान पत्र में आय संबंधी जांच के लिए किए गए सर्वे के आधार पर जिलाभर में 120 परिवारों की इनकम बढ़ गई है। ये परिवार साधन सम्पन्न पाए गए हैं, इनमें से 50 ऐसे परिवार पाए गए जिनके पास बड़े घर है, जबकि 10 परिवार ऐसे है जो दुकान या कोई व्यावसायिक गतिविधि से आय ले रहे हैं। सभी 120 परिवारों की आय परिवार पहचान पत्र में बढ़ा दी गई है, उन्होंने कहा कि गलत जानकारी देकर सरकारी योजनाओं का लाभ लेना अनुचित है। फिलहाल ऐसे परिवारों पर कार्रवाई नहीं की गई है, बल्कि उनकी आय तीन लाख की श्रेणी में कर दी गई है।
बुधवार को लघु सचिवालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि जिला के सभी ब्लॉक से कुछ परिवारों का सर्वे करवाया गया है, सर्वे का आधार आय को जांचना था। उन्होंने बताया कि छह परिवारों के पास कार मिली है, एक परिवार के पास जमीन थी, चार परिवारों के पास ट्रैक्टर मिले हैं, दस परिवार दुकान या व्यावसायिक गतिविधि चला रहे हैं। पचास ऐसे परिवार है, जिनके बड़े घर बने है, 49 परिवार ऐसे हैं जिनके घर की स्थिति बहुत अच्छी है।
पोर्टल पर दिखा रखी थी कम आमदनी
सिरसा के अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि इनमें से परिवार पहचान पत्र पोर्टल पर सात परिवारों ने आमदनी 25 हजार से कम दिखा रखी थी, आठ परिवार ऐसे थे, जिनकी आमदनी 50 हजार तक दिखाई थी, 25 परिवारों ने 75 हजार हजार तक आमदनी की श्रेणी में रखा गया था, 30 परिवार 75 से एक लाख रुपये आमदनी की श्रेणी में रखे गए थे। इसके अलावा 29 परिवार ऐसे थे, जिन्होंने एक लाख से एक लाख 40 हजार की आमदनी दिखाई थी तथा 21 परिवारों ने एक लाख 40 हजार से एक लाख 80 हजार रुपये तक की आमदनी दिखाई थी। अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि अब इन परिवारों में से 22 परिवारों की आमदनी तीन लाख से पांच लाख रुपये कर दी गई है। दो परिवारों की आमदनी छह लाख से आठ लाख के बीच आई है। उन्होंने बताया कि 96 परिवार ऐसे हैं, जिनकी आमदनी एक लाख 80 हजार से तीन लाख के बीच दर्ज कर दी गई है।
उन्होंने बताया कि प्रशासन का विशेष ध्यान गलत आय दर्ज करवाने वालों की जांच पर है, विशेषकर जीरो इनकम व सिंगल आईडी पर भी ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने आमजन से अपील की कि वे अपनी सही आय को दर्ज करवाएं। गलत आय दर्ज न करवाएं, प्रशासन समय-समय पर अपना जांच अभियान जारी रखेगा।