Kal Ka Mousam: एक ताज़ा पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पश्चिम देश की ओर आ सकता है: जानिए कल से कैसा रहेगा मौसम

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार बांग्लादेश के ऊपर बना गहरा डिप्रेशन (चक्रवाती तूफान रेमल के अवशेष) पूर्व उत्तर-पूर्व दिशा में आगे बढ़ गया है। पूर्वी बांग्लादेश के ऊपर अक्षांश 24.4 उत्तर और देशांतर 91.1 पूर्व ऊपर एक डिप्रेशन के रूप में बना हुआ है, यह सिलचर (असम) से लगभग 170 किमी पश्चिम दक्षिण-पश्चिम में, मोंगला (बांग्लादेश) के 260 किमी उत्तर-पूर्व , श्रीमंगल (बांग्लादेश) से 60 किमी पश्चिम दक्षिण पश्चिम, और ढाका (बांग्लादेश) से 100 किमी उत्तरपूर्व में बना हुआ है।
इस सिस्टम के 28 मई की शाम तक पूर्व उत्तर पूर्व दिशा क्षेत्र में आगे बढ़ने की संभावना है और यह धीरे-धीरे और कमजोर हो जाएगा। उत्तर पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
उत्तर पूर्वी राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा पूर्वोत्तर राजस्थान के ऊपर बने हुए चक्रवाती परिसंचरण से होते हुए निचले स्तर पर मध्य प्रदेश से होते हुए उत्तरी छत्तीसगढ़ तक फैली हुई है। 30 मई से एक ताज़ा पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पश्चिम भारत की ओर आ सकता है
मौसम की संभावित गतिविधि
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले 24 घंटे के दौरान, 28 और 29 मई को पूर्वोत्तर भारत, लक्षद्वीप, केरल और अंडमान और निकोबार द्वीप में मध्यम से भारी बरसात संभव है। तटीय कर्नाटक और उत्तर-पूर्वी बिहार में हल्की से मध्यम बरसात संभव है।
तमिलनाडु, कोंकण और गोवा और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में हल्की बारिश संभव है। 29 और 30 मई को पश्चिमी हिमालय में छिटपुट हल्की बरसात संभव है। राजस्थान के कई हिस्सों, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के कुछ हिस्सों, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों और उत्तर प्रदेश में 1 या 2 स्थानों पर लू से लेकर गंभीर लू की स्थिति हो सकती है।
देश भर में हुई मौसमी हलचल
आपको बता दें कि पिछले 24 घंटों के दौरान, गंगीय पश्चिम बंगाल, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, असम, लक्षद्वीप और केरल में मध्यम से भारी बरसात हुई।
पूर्वोत्तर भारत, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और सिक्किम में हल्की से मध्यम बरसात हुई।ओडिशा, पूर्वी बिहार, विदर्भ और तटीय कर्नाटक में 1 या 2 स्थानों पर हल्की बरसात हुई।
दक्षिण-पश्चिमी हवाएं शुरू होने से राजस्थान, गुजरात के कुछ हिस्सों और पश्चिमी मध्य प्रदेश में तापमान 2 से 3 डिग्री तक कम हो गया है। राजस्थान के अधिकांश हिस्सों, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के कई हिस्सों, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों और उत्तर प्रदेश में 1 या 2 स्थानों पर लू से लेकर गंभीर लू की स्थिति उत्पन्न हुई।