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FD स्कीम में निवेश करते समय इन बातों का रखें ध्यान! वरना होगा बड़ा नुकसान

 
Keep these things in mind while investing in FD scheme! Otherwise there will be big loss
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अगर आज के समय में निवेश का कोई सबसे भरोसेमंद जरिया है तो वो है FD.
 Mahendra india news, new delhi

अगर आज के समय में निवेश का कोई सबसे भरोसेमंद जरिया है तो वो है FD. इस समय देश का हर व्यक्ति सुरक्षित निवेश के नाम पर FD करवाने की सलाह देता है. यह निवेश का सबसे मशहूर जरिया बन गया है. यह इसलिए भी ज्यादा लोकप्रिय है क्योंकि इसमें आप अपनी मर्जी के मुताबिक निवेश कर सकते हैं. इसमें आपको कम पैसे में अपनी पसंद के हिसाब से निवेश करने की सुविधा मिलती है. यही वजह है कि बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (FD ब्याज) सबसे लोकप्रिय निवेश विकल्प बना हुआ है.

रेपो रेट ने बढ़ाया क्रेज

अगर रेपो रेट की बात करें तो आपको बता दें कि मई 2022 के बाद जब RBI ने लगातार रेपो रेट बढ़ाना शुरू किया तो बैंकों ने भी FD की दरें खूब बढ़ा दीं. आलम ये है कि दो साल पहले करीब 6 फीसदी रिटर्न देने वाली FD पर अब 8 फीसदी से ज्यादा ब्याज मिल रहा है.

लेकिन एक बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए कि एक बेहतरीन निवेश विकल्प होने के बावजूद FD की कई सीमाएं हैं. इसमें कई कमियां हैं. इसलिए इसमें निवेश करने से पहले आपको ये जानना जरूरी है कि इसके क्या नुकसान हैं. एक निवेशक के तौर पर ये आपके लिए बेहद जरूरी है.

इसमें लॉक-इन पीरियड होता है

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आप तो जानते ही हैं कि जब आप FD में निवेश करते हैं तो आपका पैसा एक तय अवधि के लिए लॉक हो जाता है। ज़्यादातर फिक्स्ड डिपॉज़िट ऐसे होते हैं जिन्हें आप बीच में नहीं तोड़ सकते और अगर आप बीच में तोड़ते हैं तो आपको बहुत भारी पेनाल्टी देनी पड़ती है।

जब तक फिक्स्ड डिपॉज़िट की अवधि खत्म नहीं हो जाती, तब तक आपको अपना पैसा नहीं मिलेगा। चाहे कितनी भी इमरजेंसी क्यों न हो, जब आपको ज़रूरत होगी तो आपके पास अपना पैसा नहीं होगा।

बहुत कम रिटर्न

FD करवाने का एक नुकसान यह भी है कि FD पर ब्याज दर तय होती है। यानी बैंक ने आपके लिए जो ब्याज तय किया है, वह पूरी FD अवधि के लिए तय रहता है। दूसरे निवेश विकल्पों जैसे स्टॉक या म्यूचुअल फंड में आपको मिलने वाला ब्याज इससे कहीं ज़्यादा होता है।

समय से पहले निकासी पर पेनाल्टी लगती है

मान लीजिए आपको अचानक पैसों की ज़रूरत पड़ जाती है, ऐसी स्थिति में अगर आप तय अवधि से पहले FD तोड़ते हैं तो आपको इसके लिए पेनाल्टी (FD समय से पहले निकासी पर पेनाल्टी) देनी होगी।

ब्याज पर कटेगा टैक्स

FD के फायदों के साथ-साथ एक नुकसान यह भी है कि FD पर आपको जो भी ब्याज मिलता है, उस पर आपको टैक्स (tax deduction on fdinterest) देना होता है. आपको जो भी ब्याज मिलता है, उस पर आपको टैक्स देना होगा.

बाजार में तेजी का फायदा नहीं मिलेगा

अगर FD की सबसे बड़ी कमी की बात करें तो इसकी एक कमी यह है कि स्कीम अवधि के अंत तक आपको फिक्स्ड ब्याज दर (fixed interest rate on fd) मिलती रहती है. अंत तक आपको उसी दर पर ब्याज मिलता रहता है. अगर बाजार में तेजी भी आती है तो भी आपका रिटर्न फिक्स्ड रहता है. इसमें अक्सर नुकसान की संभावना बनी रहती है.

कोई कैपिटल गेन्स बेनिफिट नहीं

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि FD पर आपको कोई कैपिटल गेन्स बेनिफिट नहीं मिलता है. इससे आपको लॉन्ग टर्म में नुकसान होता है.

रुपये की कीमत

आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि आप जो भी निवेश करें, उस पर मिलने वाला रिटर्न महंगाई दर से ज्यादा होना चाहिए. आमतौर पर बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट इस पैरामीटर पर खरे नहीं उतरते. यदि एफडी मुद्रास्फीति को मात देने वाला रिटर्न नहीं देता है, तो इसमें निवेश करने का कोई मतलब नहीं है।