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मौसम की ताजा रिपोर्ट : आज राजस्थान से हरियाणा तक गरज-चमक और धूल भरी आंधी की चेतावनी, प्री-मानसून की दस्तक

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Latest weather report: Thunderstorm and dust storm warning from Rajasthan to Haryana today, pre-monsoon knocks
mahendra india news, new delhi

मौसम में एक बार फिर से बदलाव देखने को मिल रहा है। मौसम में आज बुधवार यानि 30 अप्रैल 2025 अक्षय तृतीया के दिन भी बदलाव रहेगा। मौसम में उत्तर भारत के मैदानों जैसे पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में अप्रैल महीने में अब तक प्री-मानसून गतिविधियाँ बेहद कम रही हैं। आज बुधवार 30 अप्रैल को भी इन क्षेत्रों में कोई खास मौसम बदलने की संभावना नहीं है। लेकिन,1 मई की रात से तूफानी मौसमी की शुरुआत होगी। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में प्री-मानसून गतिविधियाँ शुरू होंगी और यह धीरे-धीरे आसपास के राज्यों में भी फैल जाएंगी। यह पूरे उत्तर भारत के लिए इस सीजन की पहली लंबी और बड़ी प्री-मानसून बारिश हो सकती है।


मौसम को बिगाड़ने वाले कारकों की भूमिका
मौस्म वैज्ञानिकों के अनुसार मई के शुरुआती सप्ताह में तूफानी मौसम के प्रसार, तीव्रता और अवधि को बढ़ाने के लिए कई कारक एक साथ मिल रहे हैं। 1 मई की रात एक नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस(पश्चिमी विक्षोभ) पहाड़ों में दस्तक देगा। राजस्थान और पंजाब पर एक सहायक चक्रवाती प्रणाली बनने की उम्मीद है। एक पूरब-पश्चिम ट्रफ रेखा भी बनेगी, जिससे मौसम सक्रिय रहेगा। निचले और मध्यम स्तर पर सिस्टम को पूरा समर्थन मिल रहा है, जिससे बारिश और आँधी-तूफान की तीव्रता बनी रहेगी।


कब और कहां होगा मौसम का असर
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 1 मई से राजस्थान में हल्की गतिविधि शुरू होगी। 2 मई को पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में भी बारिश और आंधी की संभावना है, लेकिन सभी जगह एक साथ नहीं। 3 मई से 8 मई तक बारिश पूरे क्षेत्र में बड़े स्तर पर फैलेगी- तेज हवाएं, धूल भरी आंधी, बिजली गिरना और गरज के साथ बारिश इस पूरे हफ्ते जारी रहेंगी। कुछ इलाकों में बहुत तेज तूफान और बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं।

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गर्मी से राहत लेकिन सावधानी जरूरी
मौसम को देखते हुए लंबी बारिश लोगों को लू और गर्मी से राहत देगी। हालांकि, धूल भरी आँधी और बिजली गिरने के दौरान सावधानी बरतना जरूरी है। तेज हवाओं से ढीली वस्तुएं उड़ सकती हैं, जिससे नुकसान हो सकता है। खराब मौसम के कारण हवाई यातायात पर भी असर पड़ सकता है, उड़ानों में देरी या डायवर्जन संभव हैं। तेज बिजली और गरज के दौरान खुले में बाहर निकलने से बचें।