सिरसा की साहित्याकर डा. शील कौशिक को मिला राष्ट्रीय स्तर का गद्यश्री अलंकरण

mahendra india news, new delhi
उत्तर प्रदेश की प्रमुख प्रज्ञा हिंदी सेवार्थ संस्थान, फिरोजाबाद द्वारा अंतर्राष्ट्रीय प्रज्ञा सम्मान-2024 प्रतियोगिता में हरियाणा के सिरसा जिले की साहित्यकार डा. शील कौशिक की कृति समीक्षा के दायरे में महिला हिंदी लघुकथा लेखन हेतु श्री अरविंद तिवारी गद्यश्री अलंकरण-2024 प्राप्त हुआ।
उनको इस सम्मान में प्रशस्तिपत्र, स्मृति चिन्ह, शॉल, माला, धनराशि, श्रीफल एवं अन्य उपहार प्राप्त हुए। इस अवसर पर अध्यक्ष पदमश्री प्रो. उषा यादव, मु य अतिथि प्रो. सुरेंद्र दुबे तथा विशिष्ट अतिथि महाप्रबंधक भारतीय ज्ञानपीठ आरएन तिवारी एवं सुप्रसिद्ध प्रवासी साहित्यकार डा. तेजेंद्र शर्मा उपस्थित रहे।
ध्यातव्य हो कि डा. शील कौशिक सिरसा की हरियाणा साहित्य अकादमी से पुरस्कृत व स मानित वरिष्ठ साहित्यकार तथा प्रमुख समालोचक हैं। इनकी विविध विधाओं में 64 पुस्तक प्रकाशित हुई हैं। इनके लेखन पर विभिन्न विश्वविद्यालय से शोधार्थियों द्वारा पांच पीएचडी तथा छह एमफिल संपन्न हो चुकी हैं। सुप्रसिद्ध विद्वान लेखकों ने उनके कृतित्व पर पांच पुस्तकें भी लिखी हैं। उनकी पांच पुस्तकों का विभिन्न भाषाओं में अनुवाद हो चुका है। हरियाणा साहित्य अकादमी से पंडित माधव प्रसाद मिश्र स मान तथा हरियाणा के श्रेष्ठ महिला रचनाकार स मान सहित देश भर के 16 राज्यों के साहित्यिक संस्थाओं द्वारा ये स मानित और पुरस्कृत हो चुकी हैं।
इसके अतिरिक्त डा. शील कौशिक मॉरीशस, नेपाल तथा भूटान में भी साहित्यिक संस्थाओं द्वारा स मानित हैं। चिल्ड्रन बुक ट्रस्ट द्वारा इनकी बाल कहानियां पुरस्कृत हो चुकी हैं तथा इनकी अनेक रचनाएं पाठ्यक्रम में भी स िमलित हैं। सिरसा के वरिष्ठ साहित्यकारों प्रो. रूप देवगुण, डा. राजकुमार निजात, डा. ज्ञान प्रकाश पीयूष, हरीश सेठी झिलमिल आदि ने बधाई के साथ-साथ उनकी इस उपलब्धि को सिरसा के लिए महत्वपूर्ण बताया।