सिरसा जेसीडी फार्मेसी कॉलेज की छात्रा सोनम ने विश्वविद्यालय में हासिल किया प्रथम स्थान

हरियाणा के सिरसा में स्थित जेसीडी विद्यापीठ में स्थापित फार्मेसी कॉलेज की छात्रा सोनम ने पंडित भगवत दयाल शर्मा हेल्थ साइंसेज यूनिवर्सिटी, रोहतक द्वारा एम. फार्मेसी के घोषित परिणामों में विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त कर संस्थान सहित अपने माता-पिता व परिवार का नाम रोशन किया है।
इस मौक़े पर फार्मेसी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मोहित कुमार ने बताया की एम.फार्मेसी के चौथे सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम में सोनम सुपुत्री श्री सतबीर ने फार्मास्यूटिकल केमिस्ट्री कोर्स में 8.46 सीजीपीए के साथ विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान हासिल किया है वहीं छात्रा भारती सुपुत्री राजपाल सिंह मुदगिल ने फार्मास्यूटिकल रेगुलेटरी अफेयर्स में 8.72सीजीपीए के साथ विश्वविद्यालय में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। एम. फार्मेसी फार्मास्यूटिक्स में इंद्रजीत कौर सुपुत्री जसपाल सिंह ने 8.59सीजीपीए के साथ जिलेभर के संस्थानों में प्रथम स्थान एवं छात्रा शिवानी सुपुत्री अनूप कुमार ने 8.53 सीजीपीए के साथ द्वितीय स्थान हासिल किया है।
इस मौके पर जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक प्रोफेसर डॉ. जय प्रकाश ने इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए छात्रों को बधाई देते हुए शिक्षकों और स्टाफ का भी धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, "आप सभी की मेहनत ने हमारे संस्थान को गौरवान्वित किया है। इस उपलब्धि ने यह साबित कर दिया है कि जब छात्र और शिक्षक एक साथ मिलकर प्रयास करते हैं, तो सफलता अवश्य मिलती है।"
डॉ. जयप्रकाश ने कहा कि सभी प्राध्यापक अत्यंत समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ अपने काम को अंजाम देते हैं जिससे परिणाम बेहतर होते हैं। इसके अलावा कॉलेज में विद्यार्थियों को व्यक्तिगत परामर्श के माध्यम से उनकी शैक्षणिक गतिविधियों में मार्गदर्शन दिया जाता है, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें अद्वितीय स्तर की सफलता मिल रही है और हमारी और से इस तरह के प्रयास आगे भी जारी रहेंगे ताकि विद्यार्थी उत्कृष्ट प्रदर्शन करते रहें।जेसीडी विद्यापीठ हमेशा अपने विद्यार्थियों के अथक प्रयासों का सम्मान करता है और उन्हें बेहतर भविष्य के लिए प्रोत्साहित भी करता है।उन्होंने विद्यार्थियों की यूनिवर्सिटी पोजीशन के लिए उन्हें विशेष रूप से बधाई दी और कहा कि ये उपलब्धियाँ साबित करती हैं कि परिश्रम और दृढ़ता के साथ,उंंचे से ऊंचे लक्ष्यों को भी प्राप्त किया जा सकता है। अपने प्रयासों से इन विद्यार्थियों ने न केवल अपने ज्ञान की सीमाओं का विस्तार किया है, बल्कि हमारे संस्थान की अकादमिक विरासत को भी समृद्ध किया है। उन्होंने शानदार प्रदर्शन करने वाले सभी विद्यार्थियों को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना