देश के इस एक्सप्रेसवे से कर सकेंगे 3 शक्तिपीठों के शुभ दर्शन, सफर में भी लगेगा बिल्कुल आधा समय
Shaktipeeth Expressway : देशभर में सड़कों का जाल बिछ रहा है। इससे आमजन को आने जाने में काफी फायदा मिल रहा है। इसी के साथ धार्मिक स्थानों की यात्रा करना भी आसान हो गया है। इसी कड़ी में देश के अंदर नागपुर-गोवा एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है। इसकी लंबाई 802 किलोमीटर की है।
बता दें कि यह एक्सप्रेसवे रास्ते में 3 शक्तिपीठों के दर्शन आपको कराएगा। एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य पर करीनब 83 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च होगी।
आपको बता दें कि प्रथम बार एक धार्मिक एक्सप्रेसवे का बनाया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे पर यात्रा करते हुए आप 3 शक्तिपीठों के दर्शन भी कर सकेंगे। इसी को लेकर केंद्र सरकार ने इसका नाम ही शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे रख दिया गया है।
खास बात ये भी होगी कि ये यह एक्सप्रेसवे गोवा का भी भ्रमण कराएगा और अभी जिस दूरी को पूरा करने में 21 घंटे का वक्तलगता है, वह दूरी सिर्फ 8 घंटे में पूरी हो जाएगी, यानि ये कहे कि सीधे तौर पर आपके 13 घंटे समय की बचत होगी।
आपको बता दें कि नागपुर से गोवा के बीच बनने वाले एक्सप्रेसवे की, जिसे शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे भी नाम दिया गया है. इसको बनाने का कार्य की जिम्मेवारी महाराष्ट्र स्टेट डेवलेपमेंट कॉरपोरेशन को दिया गया है, इस 802 किलोमीटर के एक्सप्रेसवे का निर्माण जल्द शुरू हो जाएगा।
क्योंकि भूमि अधिग्रहण का कार्य लगभग पूरा हो गया है, वैसे देखे तो इसे मंजूरी तो मार्च 2023 में ही मिल गई थी, लेकिन अभी तक का वक्तभूमि अधिग्रहण मेंचला गया। 6 लेन की यह सड़क 2028-29 तक बनकर तैयार हो जाएगी. इसकी लागत करीब 83,600 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
3 शक्तिपीठों के होंगे दर्शन
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि अगर आप नागपुर से चलकर गोवा घूमने जा रहे हैं। ऐसे में रास्ते में 3 शक्तिपीठों के दर्शन भी साथ ही साथ हो जाएंगे। नागपुर से चलने के बाद सबसे पहले आता है महालक्ष्मी शक्तिपीठ जिसे स्कंदर पुराण के हिसाब से 18 महाशक्तिपीठों में शामिल है।
इसके बाद आगे बढ़ने पर तुलजा भवानी देवी का शक्तिपीठ आता है, जहां भगवती के बाएं बॉडी का हिस्सा गिरा था, इसी के साा ही तीसरा और अंतिम शक्तिपीठ पत्रादेवी का आता है, जो वर्धा जिले में पड़ता है।
मिलेगा टूरिज्म के साथ ट्रेड को बढ़ावा
इसी के साथ ही यह एक्सप्रेसवे नागपुर से सीधे गोवा तक निर्माण कार्य किया जाएगा। यहां हर वर्ष लाखों पर्यटक आते हैं और अब वे सड़क मार्ग से जाना भी पसंद करेंगे।