इन 3 स्थानों पर कभी नहीं बनाना चाहिए रहने के लिए सपनों का घर, जहन्नुम बन जाएगा जीवन! खून के आंसू रोने पड़ेंगे

हर किसी का सपना होता है, उसका अपना घर हो, इसके लिए कड़ी मेहनत करके लोग घर बनाते हैं। आचार्य चाणक्य के मुताबिक, अपना स्वंय का घर बनाना हर किसी का सपना होता है। इसके लिए वह जिंदगी भर धन दौलत जोड़ता रहता है लेकिन अगर वह घर बनाने के लिए गलत जगह का चुनाव कर ले तो उसके लिए वह नरक के समान हो जाता है।
इसी को लेकर ऐसी जगह पर रहने से वह दिन-रात परेशानियों में घिरा रहता है और उसके बनते हुए काम भी अटकने लग जाते हैं।
आपको किन जगहों पर नहीं बनाना चाहिए घर
आपको बता दें कि आचार्य चाणक्य के मुताबिक, जिस स्थान पर लोगों में कानून और नियम-कायदों का डर न हो. ऐसे स्थान पर कभी भी घर नहीं बनाना चाहिए, बता दें कि ऐसी जगह पर हमेशा फसाद की आशंका बनी रहती है और जान-माल के हानि का भय होता है.
जहां के लोग संस्कार-विहीन हों
इसी के साथ ही चाणक्य कहते हैं कि जहां के लोग संस्कार-विहीन हों और उनमें लोक-लाज का भय न हो, वहां पर कभी भी भुलकर घर बनाने से बचना चाहिए। बता दें कि ऐसी जगह पर घर बनाने से स्वयं की संगत तो खराब होती ही है। इसी के साथ साथ ही बच्चे भी बिगड़ जाते हैं।
जहां पर रोजगार के साधन न होंं
इसी के साथ ही ऐसा स्थान जहां पर रोजगार के साधन न हों। वहां पर घर बनाना पैसा बर्बाद करने के समान होता है। ऐसी जगह पर घर बनाने से हमेशा आजीविका का संकट बना रहता है और परिवार भूखों मरता है।
ऐसी जगह पर घर बनाना होता है सही
इसी के साथ ही जहां पर परोपकारी लोग रहते हों. दान-पुण्य करने में विश्वास करते हों, कानून का पालन करते हों। इसी के साथ ही सहयोग की भावना रखते हों. शांत प्रवृति के हों और आसपास आजीविका के साधन भी हों. वहां पर घर बनाना हमेशा बहुत ही अच्छा रहता है.
नोट : ये दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है, हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।