haryana के इस गांव से 12वीं पास करते ही युवा चले जाते हैं विदेश में नौकरी
mahendra india news, new delhi
हरियाणा के युवा भी विदेशों में नौकरी या पढऩे के लिए अब जाने लगे हैं। इसके लिए समय समय पर अपना वीजा भी बनवाते रहते हैं। इसी बीच हरियाणा के ऐसे गांव के बारे में आपको बताने जा रहे हैं। जहां पर आपको गांव के अंदर युवा नहीं मिलेगा। यानि बारहवीं पास करते ही विदेश में नौकरी करने के लिए चले जाते हैं। पहले रोजगार के लिए विदेशी की तरफ ज्यादा रूख करने के मामले में पंजाब राज्य का नाम सबसे पहले आता था।
आज आपको बता रहे हैं जींद जिले के एक ऐसे गांव के बारे में, जहां प्रत्येक घर से एक या दो व्यक्तिविदेशी हो चुकी है और ऐसा सिलसिला एकाध वष से नहीं बल्कि सालों से चला आ रहा है। आपको बता दें कि जींद जिले के गांव दुराना से पिछले 5 वर्ष के दौरान दर्जनों युवक विदेश जा चुके हैं।
अब तो परम्परा ही ऐसी बनी हुई है कि गांव में कोई भी युवा जैसे ही अपने आगे कदम बढ़ता है। वह रोजगार के लिए विदेश का रूख कर लेता है। बता दें कि टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार इस गांव में ढूंढने पर मुश्किल से कुछ युवा मिलेंगे। जबकि दूसरे सभी युवा नौकरी के लिए विदेश को बेहतर विकल्प मानते हुए उड़ान भर चुके हैं।
बारहवीं पास करने का इंतजार
हरियाणा के इस दुराना गांव के व्यक्तियों से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि यहां किसी भी घर में युवा जैसे ही 12वीं कक्षा पास करता है तो नौकरी की तलाश शुरू कर देता है और उनकी पहली प्राथमिकता विदेश में जाकर जॉब करना है। विदेशों में एक तो कार्य मिलना आसान रहता है तो वहीं अच्छी- आमदनी भी हो जाती है।
आपको बता दें कि गांव ग्रामीणों ने बताया कि विदेशों में मोटी कमाई के चलते इस गांव में एक से बढक़र एक बढिय़ा कोठियां है लेकि गांव की गलियां सूनी ही नजर आती है। गांव में बुजुर्ग व्यक्ति ही बैठे हुए मिलेंगे। गांव के सूबे सिंह ने बताया कि उसके बेटे हैं। वह तीनों ही विदेश में नौकरी करते हैं। बताया गांव के एक व्यक्ति ने उसके 30 लोगों के परिवार में 12 सदस्य विदेश में हैं जबकि कुछ कार्य के लिए बाहर ही रहते हैं।