सिरसा में अखिल भारतीय किसान सभा का 15वां हरियाणा राज्य प्रतिनिधि सम्मेलन हुआ, ये लिया फैसला

हरियाणा के सिरसा में अखिल भारतीय किसान सभा हरियाणा का 15वां राज्य प्रतिनिधि स मेलन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस दो दिवसीय सम्मेलन स्वर्ण सिंह विर्क के निर्देशन में प्रितपाल सिंह सिद्धू जिला सचिव, हरदेव सिंह जोश जिला अध्यक्ष, बलराज बणी, डा. सुखदेव सिंह ज मू, तिलक राज विनायक, इकबाल सिंह, हरमीत सिंह नेजाडेला कलां, भजन लाल बाजेकां, हैप्पी बक्शी, सुरजीत सिंह रेणू व तिलक राज बाजेकां ने पूरी व्यवस्था को चाक चौबंद किया। राज्य स मेलन पांच चरणों में स पन्न हुआ।
पहले चरण में सम्मेलन का उद्घाटन समारोह वयोवृद्ध साथी पूर्व जिलाध्यक्ष जसवंत सिंह जोश के कर कमलों द्वारा ऑल इंडिया किसान सभा का ध्वजारोहण करते हुए किया गया। दूसरे चरण में 14वें राज्य सम्मेलन से अब तक के सभी किसान आन्दोलन के शहीदों, साथी अतुल कुमार अन्जान, सतपाल सिंह बैनीवाल व प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के मेले के मृतक श्रद्धालुओं को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। एआईकेएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष साथी राजन क्षीरसागर ने खुले अधिवेशन को संबोधित करते व स मेलन का विधिवत शुभारंभ करते हुए अपने सन्देश में देश के किसानों के प्रति सरकार के रवैये पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि नया खेती, मंडी व्यापार प्रोग्राम फ्रेमवर्क किसान हित की बजाय कारपोरेट पक्ष में बनाया गया है।
किसान संगठनों के पदाधिकारियों ने खुले सैशन में सम्मेलन का आयोजन करने के अवसर पर अपने अपने शुभकामना संदेश दिए। स मेलन के विशिष्ठ अतिथि साथी मास्टर बलबीर सिंह राज्य अध्यक्ष हरियाणा किसान सभा, मनदीप सिंह किसान संघर्ष समिति हरियाणा (पगड़ी स भाल जट्टा), प्रहलाद सिंह भारुखेड़ा राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय किसान मंच, निर्भय सिंह रतिया हरियाणा राज्य कमेटी सदस्य बी के यू एकता उगराहां व बाबा गुरदीप सिंह झिड़ी राज्य अध्यक्ष हरियाणा किसान मंच पहुंचे। सभी को यादगारी चिन्ह भेंट किया गया। ज हूरी किसान सभा हरियाणा के राज्य अध्यक्ष साथी तेजिंदर सिंह थिंद ने अपना शुभकामना संदेश केरल के अलवा से भेजा, वहां वे अपने सांगठनिक कार्यक्रम में गये हुए थे।
स मेलन के तीसरे चरण में हरियाणा राज्य संयोजक, आईकेएस डा. सुखदेव सिंह ज मू ने पूर्व काल की सांगठनिक गतिविधियों की रिपोर्ट पेश की, पिछला 14वां राज्य स मेलन असंध (करनाल) में हुआ था, जिसमें साथी अतुल कुमार अन्जान राष्ट्रीय महासचिव ने शिरकत की थी। तब से लेकर अब तक अन्तर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय हालात पर चर्चा करते हुए हरियाणा में एआईकेएस की गतिविधियों का ब्यौरा विस्तार से हाऊस के समक्ष पेश किया गया, जिस पर शाम सात बजे तक सभी प्रतिनिधि साथियों ने बहस करते हुए व अपनी राय देते हुए रिपोर्ट को विस्तार दिया। रविवार को पुन: सभी प्रतिनिधियों द्वारा बहस में दिये गये सुझावों पर चर्चा करते हुए भजन लाल बाजेकां के सुझाव बाजेकां गांव में चले नहरी पानी की लूट करते हुए सरकार द्वारा नाजायज मोघा लगाने के खिलाफ लगाए धरने व साथी जगरूप सिंह चौबुर्जा के नेतृत्व में धिंगतानियां व मंगाला खरीफ चैनलों के लिए 15 गांवों के धरना प्रदर्शन को रिपोर्ट में शामिल किया गया। टोहाना महापंचायत 4 जनवरी 2025 में पंजाब किसान सभा के साथियों की हाजिरी को साथी बलदेव सिंह निहालगढ़ के अनुरोध पर रिपोर्ट में शामिल कर लिया गया। तिलक राज विनायक व रोशन सुचान के सुझाव पर छोटी जोत के किसानों को बचाने के लिए सहकारिता खेती माडल को सहमति से दर्ज किया गया, स्वर्ण सिंह विर्क व इकबाल सिंह नेजाडेला के घग्गर नदी को प्रदूषण मुक्त करने, ओटू झील का काम पूरा करते हुए, तटबंधों की मजबूती व राजकनाल के नीचे साईफन की क्षमता को दोगुना करने की बात को स्वीकार किया गया। सेम की व गहरे भूमि जलस्तर की समस्या भी बहुत ग भीर रूप धारण कर रही है।
चौथे चरण में राष्ट्रीय महासचिव वैन्कैया रैवुला ने हाऊस को स बोधित किया। उनके अंग्रेजी भाषा में दिये गये भाषण का साथी स्वर्ण सिंह विर्क ने हिन्दी में साथ-साथ अनुवाद किया। साथी बलदेव सिंह निहालगढ़ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व हरियाणा के प्रभारी ने राज्य कमेटी गठित करने बारे में अपने परामर्श दिये।
अन्तिम पांचवें चरण में पुरानी राज्य कमेटी द्वारा नई राज्य कमेटी का पैनल पेश किया गया, जिस पर हाऊस में चर्चा करते हुए सर्वस मति से पारित किया गया। नई राज्य कमेटी 27 सदस्सीय गठित की गई, जिसमें 24 पदों पर नियुक्ति करते हुए गुरभजन सिंह सन्धु, धर्मपाल चौहान, माम चन्द सैनी, ओमप्रकाश, सतेन्द्र गिरी, जयनारायण सैनी, रोशन सुचान, हनुमान सिंह, विकास काका, नरेश कुमार ठोल, राम चन्द्र बसन्तपुर, बलराज बणी, डा. सुखदेव सिंह ज मू, इक़बाल सिंह, अमरजीत सिंह बिरधाना, जोगिंदर सिंह, ओमप्रकाश पानीपत, विजयपाल सिंह, महेन्द्र सिंह, हरभजनसिंह बरटा व विक्रम सिंह तीन पद महिला किसानों के लिए रखे गए हैं। सभी जिलों से 80 प्रतिनिधि साथियों ने भाग लिया। अध्यक्ष मंडल में गुरभजन सिंह सन्धु, सतेन्द्र गिरी, धर्मपाल चौहान, सरबजीत सिंह सिद्धू शामिल थे। मंच संचालन धर्मपाल चौहान ने किया। रिपोर्ट पर बहस का जवाब व आगामी प्रोग्राम डाक्टर सुखदेव सिंह ज मू ने प्रस्तुत किया।