SIRSA में फसलों के अवशेष को ना जलाकर पर्यावरण को बचाने का लिया गया संकल्प
राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, बप्पा के प्रांगण में पर्यावरण संरक्षण हेतु “पराली ना जलाएं – पर्यावरण बचाएं” अभियान के अंतर्गत एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अभियान के तहत राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) की इकाई द्वारा विद्यार्थियों को यह संकल्प दिलाया गया कि वे स्वयं भी पराली नहीं जलाएंगे और गांव के प्रत्येक घर तक यह संदेश पहुंचाएंगे कि पराली जलाना पर्यावरण के लिए अत्यंत हानिकारक है। उन्होंने प्रतिज्ञा ली कि धान की कटाई के पश्चात खेतों में बची पराली को जलाने की बजाय उसका वैज्ञानिक व पर्यावरण-अनुकूल निपटान करेंगे, जिससे वायु प्रदूषण को रोका जा सके और मिट्टी की उर्वरता बनी रहे।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के कार्यक्रम अधिकारी श्री नरेश कुमार ग्रोवर ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा —“हम सबने यह ठाना है — पर्यावरण को बचाना है।
पराली जलाकर हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य धुएँ में न झोंकें।
आइए, हम सब मिलकर हरियाली को अपनाएँ और स्वच्छ वायु के रक्षक बनें।”उन्होंने बच्चों से आह्वान किया कि वे अपने माता-पिता, पड़ोसियों और गांववासियों को जागरूक करें तथा उन्हें यह समझाएँ कि पराली जलाने से न केवल पर्यावरण दूषित होता है, बल्कि मानव स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव पड़ता है।विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री शुभकरण शर्मा ने भी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह पर्यावरण की रक्षा में अपनी भूमिका निभाए। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि वे अपने माता-पिता को इस नेक कार्य के लिए प्रेरित करें और गांव को “पराली मुक्त ग्राम” बनाने में सहयोग दें।
इस अवसर पर विद्यालय के समस्त स्टाफ सदस्य प्रकाश सिंह, प्रवीण कुमार, मनीष मेहता, प्रिंस छाबड़ा, अवतार सिंह, सिकंदर सिंह, संदीप कुमार, प्रदीप कुमार, सुखविंदर सिंह, गौरव, टीना, सरोज आदि उपस्थित रहे और उन्होंने भी बच्चों के इस प्रयास की सराहना की।
कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने किया और अंत में “स्वच्छ पर्यावरण – स्वस्थ जीवन” का संदेश देते हुए रैली भी निकाली गई।
