'ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने' भजन पर खूब झूमा सिरसा, तारकेश्वम् धाम में गायक हंसराज रघुवंशी ने भजनों पर देर रात तक नचाए शिवभक्त
सिरसा, 02 अगस्त: श्री बाबा तारा जी चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से रानियां रोड स्थित श्री बाबा तारा जी कुटिया (तारकेश्वम् धाम) में महाशिवरात्रि को लेेकर वीरवार रात ब्रहमांडनायक, योगीराज ब्रहमलीन श्री बाबा तारा जी के आशीर्वाद से भजन संध्या का आयोजन किया गया।
भजन सम्राट हंसराज रघुवंशी के भजनों पर देर रात तक शिवभक्त नाचते रहे। ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने, सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया भजन पर ऐसा लगा कि पंडाल में भूचाल आ गया हो, हर श्रद्धालु अपने स्थान पर खड़ा होकर झूमने लगा।
जब रघुवंशी ने अरे भोलेनाथ की शादी है हम तो नाचेंगे भजन शुरू किया कांडा परिवार का हर सदस्य झूमने लगा। देर रात तक बम बम भोले, हर-हर शंभु, हर-हर महादेव गूंजता रहा। इस भजन संध्या की शुरूआत सिरसा के विधायक, पूर्व गृहराज्यमंत्री एवं हलोपा सुप्रीमो गोपाल कांडा ने श्री बाबा तारा जी के स्वरूप के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके किया। सारी व्यवस्था की कमान कुटिया के मुख्य सेवक गोबिंद कांडा ने संभाली हुई थी।
श्री बाबा तारा जी कुटिया (तारकेश्वम् धाम) के सत्संग स्थल पर वीरवार देर रात भजन संध्या का आयोजन किया गया जिसमें भजन सम्राट हंसराज रघुवंशी ने भगवान शिव की महिमा का गुणगान किया। विधायक गोपाल कांडा ने भगवान शिव और श्री बाबा तारा जी के स्वरूप के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर भजन संध्या की शुरूआत की।
संत महात्माओं, पीरो-फकीरों की पावन धरा सिरसा को प्रणाम और श्री बाबा तारा जी के चरणों में नमन करते हुए विश्व प्रसिद्ध भजन गायक, भोले की विशेष कृपा प्राप्त हंसराज रघुवंशी और भजन संध्या में पहुंची मातृशक्ति, बुजुर्गो, युवा साथियों और शिव भक्तों को नमन करते हुए सभी को शिवरात्रि की बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि श्री बाबा तारा जी की इस तपोस्थली पर आकर कोई खाली हाथ नहीं जाता, बाबा जी अपने भक्तों की हर मनोकामना को पूरा करते है।
भजन सम्राट हंसराज रघुवंशी ने कहा कि वे भाग्यशाली है कि उन्हें गोपाल कांडा और गोबिंद कांडा की वजह से महान तपस्वी संत बाबा तारा जी की तपस्थली पर शिव की महिमा का गुणगान करने का अवसर मिला है, यह पल उन्हें सदैव याद रहेगा, वे इस पावन धरा को नमन करते हैं।
भजन सम्राट हंसराज रघुवंशी ने ओम नम:शिवाय, ओम नम:शिवाय का जाप करते हुए मंच पर प्रवेश किया, उनकी झलक पाते ही शिवभक्त जय शिव शंकर, जय शंभु, हर हर महादेव के जयकारे लगाने लगे। उन्होंने ओम नम:शिवाय, गिरजाशंकर नमो शिवाय, शंकर-शभु नमो शिवाय,शिव-शिव शंभु की प्रस्तुति दी।
इसके बाद उन्होंने-मैंने तो भटकता रहा दर-दर दुनिया में पर तुझसा कोई मिला नहीं, मैं हिमाचल की बेटी मेरा भोला है भंडारी, सारी उम्र तेरी सेवा करूंगी बनकर तेरी दासी,भजनों की प्रस्तुति दी जिसे श्रद्धालुओं ने मग्न होकर सुना।
जैसे ही उन्होंने- ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने, सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया शुरू किया तो पंडाल में अधिकतर श्रद्धालु अपने स्थान पर तालियां बजाते हुए झूमने लगे। उन्होंने भजन को आगे बढ़ाते हुए कहा- डमरू को सुनने कान्हा ही भी आए, कान्हा भाए संग राधा को भी लाए। इसके साथ ही उन्होंने गोबिंद बोलो हरि गोपाल बोलो, राधा रमण हरि गोपाल बोलो भजन प्रस्तुत किया।
इसके बाद उन्होंने- पार्वती बोली शंकर से सुनिये भोलेनाथ जी सुनाया- जब उन्होंने तेरे संग लगी है प्रीत शंकरा सुनाया तब भी श्रद्धालु खूब थिरके। बाद में उन्होंने- रघुपति राघव राजाराम, पतित पावन सीता राम, सीता राम सीताराम भज प्यारे तूू सीता राम सुनाया तो श्रद्धालु अपने स्थान पर बैठे ही बैठे झूमने लगे और वे भजन गायक के साथ स्वर में स्वर मिलाकर गाते रहे।
जैसे ही उन्होंने- युग रामराज का आ गया, शुभ दिन ये आज आ गया, हुई जीत सनातन धर्म की, घर घर भगवा लहरा गया भजन शुरू किया तो कोई भी श्रद्धालु स्वयं को रोक न सका और झूमने लगा। उन्होंने कुटिया की श्रीराम वाटिका में स्थापित 31 फुट ऊंची भगवान श्रीराम की प्रतिमा का उल्लेख भी किया। इसके बाद उन्होंने- मेरा भोला है भंडारी करता नंदी सवारी भजन की प्रस्तुित दी।
जब हंसराज रघुवंशी ने- अरे भोलेनाथ की शादी है हम तो नाचेंगे को कांडा परिवार का हर सदस्य विधायक गोपाल कांडा, सरस्वती कांडा, गोबिंद कांडा, सरिता कांडा, संगीता कांडा पूर्व पार्षद सुमन कंदोई, कोकिला अग्रवाल, जलज अग्रवाल, संगीता गर्ग, बेबी, सुशीला कांडा नारंग, पुनीत नारंग, हर्षा कांडा बिंदल, संस्कृति कांडा गोयल, राहुल गोयल, दया गोयल कांडा, धवल कांडा, धैर्य कांडा, माधव अग्रवाल, विवान बिंदल, लाभांशी कांडा, विदुषी गर्ग, पूनम सेठी, विवान, प्रांजय नारंग, अलिशबा, राजेंद्र अग्रवाल, दीपा अग्रवाल और उनकी पुत्री नंदिता अग्रवाल इस भजन पर देर तक झूमते रहे। रघुवंशी ने भगवान शिव की महिमा का गुणगान करते हुए एक बाद अनेक भजन प्रस्तुत किए।
इससे पूर्व रात्रि आठ बजे से दस बजे तक मंच सिरसा की सिडाना एंड पार्टी ने मंच संभाला, श्री गणेश वंदना के बाद उनके गायकों ने अनेक भक्ति गीत प्रस्तुत किए। सिरसा की उभरती गायिका प्रतिष्ठा शर्मा ने अनेक शिव भजन प्रस्तुत किए।
उन्होंने श्री बाबा तारा जी की शान में कहा कि- शिव शंक के अवतार है तारा बाबा जी सुनाया तो श्रद्धालु खुद को रोक न सके और उनके स्वरों में स्वर मिलाकर उनका साथ दिया।
जब उन्होंने आया तेरे दर पर दीवाना, तेरा दीवाना, तेरा दीवाना सुनाया तो श्रद्धालुओं ने उनका साथ ही दिया। मंच संचालन अश्वनी बांसल, सतीश हिसारिया ने किया। भजन संध्या का समापन श्री बाबा तारा जी की आरती से हुआ।