सिरसा डेरा सच्चा सौदा के शाह सतनाम जी कॉलेज ऑफ एजुकेशन में स्वामी विवेकानंद जयंती पर सविस्तार व्याख्यान का आयोजन
हरियाणा के सिरसा में स्थित शाह सतनाम जी कॉलेज ऑफ एजुकेशन में शनिवार को स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष्य पर सविस्तार व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम अकादमिक एंड कल्चरल कमेटी के सौजन्य से राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष में स्वयं प्रभा पोर्टल के माध्यम से स्वामी विवेकानंद के शैक्षिक विचारों पर व्याख्यान का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत स्वामी विवेकानंद के चित्र पर प्राचार्या डॉ. रजनी बाला व सभी स्टाफ सदस्यों के द्वारा पुष्प अर्पित करके किया गया। मंच का संचालन सहायक प्रोफेसर सुरेश कुमार के द्वारा किया गया। इस व्याख्यान के माध्यम से विद्यार्थियों में विवेकानंद के विचारों और कार्यों को युवाओं के बीच पहुंचाना है। जिससे हमारा देश प्रगति में अपना योगदान दे सके। स्वामी विवेकानंद जी की शिक्षाएं ज्ञान का खजाना है। उन्होंने दार्शनिकता पर जोर देते हुए कहा कि युवाओं में आत्मविश्वास, ज्ञान की खोज, आत्म सुधार, दूसरों की सेवा और सार्वभौमिक भाईचारा पर जोर देना चाहिए। उनका एक मूल मंत्र एवं आदर्श वाक्य प्रचलित है उठो जागो तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए। स्वामी विवेकानंद का मानना है कि शिक्षा से आध्यात्मिक जागरूकता, शक्ति और आत्मविश्वास मिलता है। शिक्षा ही बुद्धि का विस्तार और व्यक्ति को अपने पैरों पर खड़ा होने में सक्षम बनाती है। कार्यक्रम के अंत में कॉलेज प्राचार्या डॉ. रजनी बाला ने सभी छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें स्वामी विवेकानंद जी के जीवन से सीख लेनी चाहिए और उनके आदर्शों पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा से बच्चों में सकारात्मक विकास होता है और शिक्षा से मनुष्य का चरित्र और नैतिक चेतना का विकास होता है। इस अवसर पर सभी स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।