home page

आशा वर्कर्स उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की कोठी का आज घेराव कर डालेगी पड़ाव

वर्कर्स मांगों को लेकर पिछले 72 दिन से दे रही है धरना 

ताजा खबरों, बिजनेस, केरियर व नौकरी संबंधित खबरों के लिए

व्हाट्सअप ग्रुप

से जुड़े

 | 
file photo

mahendra india news, new delhi

हरियाणा में आशा वर्कर्स मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रही है। अब वर्कर्स आज बुधवार 18 अक्टूबर को उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की कोठी का घेराव करते हुए 24 घंटे का पड़ाव डाला जाएगा। जिसको लेकर आशा वर्कर्स ने रणनीति तैयार कर ली है। आशा वर्कर्स की जिला सचिव पिंकी शाक्य ने बताया कि सरकार जब तक  मांगों का समाधान नहीं करती है, तब तक आशा वर्कर्स आंदोलन को और तेजी से बढ़ाते हुए यूं ही संघर्ष जारी रखेंगी।

वर्कर्स ने सिरसा के लघु सचिवालय में अपनी मांगों को लेकर 72वें दिन भी धरना जारी रहा। आशा वर्कर यूनियन की जिला प्रधान दर्शना रानी ने बताया कि मांगों को लेकर सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है। जिससे मजबूरी में आशा वर्कर्स आंदोलन कर रही है। उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव राजेश खुल्लर के साथ सोमवार को दूसरी बार वार्ता हुई। उन्होंने मांगों पर आश्वासन दिया, लेकिन यूनियन के डेलिगेशन के साथ सभी मांगों पर सहमति नहीं हुई। मुख्य सचिव राजेश खुल्लर व सभी अधिकारियों ने दो-तीन दिन के बाद मुख्यमंत्री के साथ बातचीत के बाद ही अंतिम फैसले की बात कही।


वर्कर्स ने कहा कि जब तक हमारी मांगों का समाधान नहीं होता है, तब तक आशा वर्कर्स का धरना जारी रहेगा। आशा वर्कर्स कलावती माखोसरानी ने बताया कि आशा वर्कर 72 दिन से लगातार धरने पर बैठी है। सन् 2018 से सरकार ने महंगाई बढ़ाई है और काम बढ़ाया है, लेकिन आशाओं के वेतन में एक भी पैसा की वृद्धि नहीं की है। आशा वर्कर्स की मुख्य मांगें 26000 न्यूनतम वेतन, ईएसआई-पीएफ  का लाभ दिया जाए और जो बहनें शहीद हुई हैं, उनके परिवार को 25 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए और एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाए।  इस अवसर पर रोशनी दड़बा कलां, उषा रानी, पुष्पा रानी, विजयलक्ष्मी, मीनाक्षी मौजूद रही।