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आत्मप्रकाश मेहरा 2 नवंबर को ही राजकीय सेवा में हुई एंट्री, इसी दिन संभाला संयुक्त निदेशक का पदभार

सिरसा के जिला शिक्षा अधिकारी आत्मप्रकाश मेहरा की 32 साल की सेवा में मिली 9वीं बार पदोन्नति
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सिरसा के जिला शिक्षा अधिकारी आत्मप्रकाश मेहरा की 32 साल की सेवा में मिली 9वीं बार पदोन्नति

mahendra india news, new delhi

हरियाणा के SIRSA जिले में बतौर जिला शिक्षा अधिकारी का कार्यभार संभाल रहे आत्मप्रकाश मेहरा को शिक्षा विभाग हरियाणा की ओर से दीपावली के पावन पर्व के अवसर पर पदोन्नति के रूप में तोहफा दिया गया है। विभाग की ओर से उन्हें अब एसईआरटी गुरुग्राम में संयुक्त निदेशक के रूप में नियुक्ति दी गई है। खास बात ये है कि 2 नवंबर 1991 में उन्होंने राजकीय सेवा में ज्वाइन किया था और अब 2 नवंबर को ही पदोन्नति पद पर पदभार ग्रहण कर लिया है। जोकि 32 वर्ष की सेवा में 9वीं पदोन्नति है। 

आपको बता दें कि मिलनसार Atmaprakash Mehra इसी माह 30 नवंबर को वे सेवानिवृत्त्त भी हो रहे हंै। उन्हें यह नियुक्ति हरियाणा सरकार द्वारा अनूसूचित जाति वर्ग में क्लास ए और बी में पदोन्नति में आरक्षण के लाभ के आधार पर दी गई है, जिसकी घोषणा मुख्यमंत्री हरियाणा ने पंचकुला में वाल्मीकि जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में मंच से जिला शिक्षा अधिकारी आत्मप्रकाश मेहरा का नाम लेकर की। 


हरियाणा के CM मनोहरलाल ने पदोन्नति के लिए DEO Atmaprakash Mehra को बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। पदोन्नति पर अन्य सामाजिक व धार्मिक संगठनों व समस्त पार्टियों के लोगों ने बधाई व शुभकामनाएं दी। जिला प्रशासन की तरफ से उपायुक्त पार्थ गुप्ता सहित सभी प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें बधाई दी। आत्मप्रकाश मेहरा ने कहा कि सेवानिवृत्त्ति के बाद भी वे समाज सेवा में लगन व निष्ठा से अपना संपूर्ण जीवन समर्पित भाव से लगाकर सेवाएं देते रहेंगे, ताकि गरीब समाज का उत्थान हो सके।

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जीवन परिचय व शैक्षिक सफर:
आपको बता दें कि Atmaprakash Mehra का जन्म 8 नवंबर 1965 को गांव पनिहारी निवासी बीर सिंह मेहरा के घर हुआ। इनकी माता का नाम भंती देवी था। आत्मप्रकाश मेहरा ने 8वीं कक्षा तक की पढ़ाई गांव के ही स्कूल से की, जबकि दसवीं कक्षा गांव खरक पुनिया से की। स्नातक की शिक्षा राजकीय महाविद्यालय हिसार से, जबकि चौधरी छज्जुराम जाट कॉलेज, हिसार से बीएड की। इसके बाद राजनीति शास्त्र में स्नातकोतर की डिग्री केयूके से की। 7 दिसंबर 1996 में उनकी शादी आशारानी से हुई, जोकि इतिहास विषय की प्रवक्ता हैं। शादी के बाद उनके दो बच्चे एक बेटा अभिषेक मेहरा, जोकि कनाडा में शिक्षा ग्रहण कर रहा है, जबकि बेटी प्रतिभा पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से स्नातकोतर की पढ़ाई कर रही है।


वर्ष 1991 में संभाला कार्यभार 
2 नवंबर 1991 को Atmaprakash Mehra ने राजकीय उच्च विद्यालय चूली बागडिय़ान में बतौर सामाजिक अध्ययन अध्यापक ज्वाइन किया। 1998 में वे पदोन्नत होकर प्रवक्ता (राजनीति शास्त्र) बने और डाइट डिंग में ज्वाइन किया। 2002 में उन्हें प्रधानाचार्य के पद पर पदोन्नति मिली और राकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खारिया, सिरसा में उन्हें नियुक्ति मिली। इनके अलावा गांव भरोखां, गंगा, ढुकड़ा में भी कार्यरत रहे। 2012 में खंड शिक्षा अधिकारी के तौर पर पदोन्नति मिली और वे नाथूसरी चोपटा, ओढां, SIRSA व ऐलनाबाद में कार्यरत रहे। 2018 में उपजिला शिक्षा अधिकारी के पद पर पदोन्नति मिली और कैथल में नियुक्ति मिली। इसी प्रकार 2018 में जिला परियोजना समन्वयक, 2019 में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, 2023 में जिला शिक्षा अधिकारी सिरसा व 2023 में शिक्षा विभाग हरियाणा में संयुक्त निदेशक के तौर पर पदोन्नति मिली।

ये रही उपलब्धियां:
वर्ष 1993 में सर्वश्रेष्ठ परीक्षा के लिए के लिए हरियाणा शिक्षा बोर्ड भिवानी, हरियाणा द्वारा सम्मानित किया गया। डिंग डाइट में निरंतर 5 सालों तक जेबीटी व ओ टी के परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहे। उनके द्वारा प्रशिक्षित हजारों अध्यापक आज सरकारी सेवा में कार्यरत है, जोकि गर्व की बात है। वर्ष 2018, 2019 व 2022 में निरंतर भारत स्काऊट एवं गाइड में जिला SIRSA को श्रेष्ठतम स्थान दिलवाया और इन वर्षों में महामहिम राज्यपाल द्वारा सम्मानित भी किया गया।


राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ढुकड़ा वर्ष 2008-09 में कक्षा 10वीं की परीक्षा में हरियाणा विद्यालय बोर्ड भिवानी में दूसरे स्थान पर रहा, जिसे तत्कालिक मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने सम्मानित भी किया था। इसके अलावा नशामुक्ति, पर्यावरण की सुरक्षा व संरक्षण में भी अह्म योगदान रहा। मुख्यमंत्री मनोहरलाल के नशामुक्त HARYANA के अंतर्गत आयोजित साइक्लोथॉन कार्यक्रम में सिरसा जिले में लगभग 6 हजार साइकिल और 15 हजार बच्चों व अन्य जनमानस ने बढ़चढक़र भाग लिया। जिला शिक्षा अधिकारी Atmaprakash Mehraको ही इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी दी गई थी और मुख्यमंत्री ने मंच से उनके प्रयासों की सराहना की थी।