Basant Panchami: सिरसा मेंं जय मां सरस्वती समिति की ओर से सरस्वती पूजन समारोह की तैयारियां पूरी
Basant Panchami: Preparations for Saraswati puja ceremony completed by Jai Maa Saraswati Samiti in Sirsa

हरियाणा के सिरसा में जय मां सरस्वती सेवा समिति रजि., सिरसा की ओर से 21वां विशाल मां सरस्वती पूजन समारोह 2 फरवरी को रामलीला ग्राऊंड नेहरू पार्क, सिरसा में आयोजित किया जाएगा। संस्था के प्रधान रामशरण भारती ने बताया कि कार्यक्रम को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है।
कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि उड़ीसा के पूर्व राज्यपाल प्रो. गणेशीलाल, विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ भाजपा नेता मनीष सिंगला होंगे, जबकि अध्यक्षता समिति के संरक्षक प्रो. दयानंद शर्मा करेंगे। सुबह सवा 8 बजे सरस्वती पूजन होगा, प्रात: सवा दस बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा, वहीं सवा 11 बजे लंगर भंडारा होगा। बाद दोपहर सांस्कृतिक कार्यक्रम पारितोषिक वितरण समारोह होगा, जिसमें बतौर मु यातिथि जिला अध्यक्ष भाजपा अनुसूचित मोर्चा, सिरसा विनोद नागर, विशिष्ट अतिथि समाजसेवी कर्ण चावला शिरकत करेंगे।
सचिव परशराम यादव ने बताया कि 2 फरवरी की रात्रि आयोजित होने वाली भजन संध्या में कार्यक्रम में कलाकार संतोष कमल (उत्त्तर प्रदेश) व भजन गायिका लक्ष्मी प्रियदर्शी (बिहार) अपनी मधुर वाणी से भजनों की अमृत वर्षा करेंगे। इसके अलावा गुरग्राम से प्र यात गणित शिक्षक, रंजन क्लासिज से आर के रंजन व प्र यात फिजिक्स शिक्षक मिश्रा क्लासिज मृत्युंजय मिश्रा की भी गरिमामयी उपस्थिति रहेगी। महेंद्र कुमार ने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों में 6वीं कक्षा से लेकर कोई ाी बच्चा भाग ले सकता है। बसंत यादव ने बताया कि सरस्वती माता की शोभा यात्रा इस बार भव्य होगी। शोभा यात्रा नेहरू पार्क से शुरू होकर शिव चौक, स. जगदेव सिंह चौक, सांगवान चौक, डबवाली रोड होते हुए पंजुआना नहर में विसर्जन किया जाएगा। उन्होंने शहरवासियों से आह्वान किया कि वे इस कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर भाग लें। इस मौके पर गोरु यादव, शंभु कामत, रविंद्र सिंह, सुभाष सिंह, उदय दास, महेंद्र प्रेमी, सतिंद्र दास, सुनील साहनी, राजकुमार ठेकेदार, प्रमोद दास, प्रमोद यादव, किशोर यादव, कमल देव, रघुनंदन, विजय प्रसाद, अर्जुन प्रसाद उपस्थित थे।
विद्या की देवी मां सरस्वती को प्रिय हैं यह फूल, मां सरस्वती को अर्पित कर पाएं असीम कृपा
इस बार 2 फरवरी को बंसत पंचमी का पर्व है। इस पर्व को लेकर विशेष तैयारियां की जा रही है। वैसे बता दें कि विद्या और बुद्धि की देवी मां सरस्वती की पूजा में सफेद और पीले रंग के फूलों का विशेष महत्व है. सही फूल चढ़ाने से जीवन में कामयाबी और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
आपको बता दें कि माघ माह में आने वाली वसंत पंचमी का विशेष महत्व है, क्योंकि इस दिन विद्या और ज्ञान की देवी मां सरस्वती की विशेष पूजा की जाती है। मां सरस्वती को विशेष रूप से सफेद और पीले रंग के फूल प्रिय होते हैं। इन फूलों को अर्पित करने से मां सरस्वती की कृपा मिलती है और बुद्धि, ज्ञान, और कला में कायमाबी मिलती है.
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक आपको बता दें कि ज्ञान की देवी मां सरस्वती को कमल, कनेर, गुलाब, चांदनी, गेंदा, चमेली, चंपा, जूही, और अपराजिता जैसे फूल अत्यधिक पसंद हैं। जानिए इन फूलों का महत्व और मां सरस्वती की पूजा में इनका उपयोग कैसे किया जाए.
आपको बता दें कि मां सरस्वती के हाथों में विराजमान सफेद कमल उनकी पवित्रता और ज्ञान का प्रतीक है. कमल का फूल चढ़ाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और विद्यार्थियों को विशेष लाभ मिलता है।
इसी के साथ ही पीले और सफेद रंग के कनेर के फूल मां सरस्वती को प्रिय हैं. यह फूल समृद्धि और विद्या प्राप्ति में सहायक माने जाते हैं.
वहीं लाल गुलाब भले ही देवी लक्ष्मी को समर्पित होता है, लेकिन सफेद गुलाब मां सरस्वती की पूजा में विशेष महत्व रखता है. यह शांति और सौम्यता का प्रतीक है।
वहीं आपको बता दें कि सफेद चांदनी का फूल देवी सरस्वती की पूजा में शुभ माना जाता है. यह फूल ज्ञान के प्रकाश और आध्यात्मिक शुद्धता का प्रतीक है.
इसी के साथ पीले रंग का गेंदा फूल मां सरस्वती को अत्यधिक प्रिय होता है. यह सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने और विद्या के क्षेत्र में उन्नति दिलाने वाला माना जाता है.
इसी के साथ ही इन सुगंधित फूलों को मां सरस्वती को अर्पित करने से मन की एकाग्रता और ध्यान शक्ति बढ़ती है.
सफेद जूही और नीले रंग की अपराजिता का फूल देवी सरस्वती को अर्पित करने से विद्या और कला में उन्नति होती है।
जो भी भक्त श्रद्धा और भक्ति से मां सरस्वती को इन फूलों को अर्पित करता है, उसे विद्या, बुद्धि, और सफलता का आशीर्वाद अवश्य मिलती है। इस वसंत पंचमी, आप भी मां को प्रिय फूल अर्पित करें और उनकी असीम कृपा पाएं।