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भागवत कथा : मन से किए गए श्रेष्ठ कार्य भी व्रत से कम नहीं: सुमनांजली जोशी

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 भागवत कथा : मन से किए गए श्रेष्ठ कार्य भी व्रत से कम नहीं: सुमनांजली जोशी
mahendra india news, new delhi

हरियाणा के सिरसा में श्मशाबाद पट्टी स्थित श्री मां भगवती इच्छा पूर्ण मंदिर में श्री राधे बिहारी प्रेम मंडल के सान्निध्य में आयोजित श्रीदेवी भागवत कथा के 5वें दिन प्रवचन करते हुए कथावाचिका सुमनांजली जोशी ने बताया कि मां दुर्गा की कृपा ही हर जीव का कल्याण करती हैं। 


उन्होंने कहा कि देवी पुराण में मां दुर्गा की स्तुति के साथ मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों का वर्णन सुनने को मिलता है। धन्य है वह लोग जो मां दुर्गा की महिमा का गुणगान देवी पुराण में सुनते हैं। देवी पुराण साक्षात मां दुर्गा है। जीवन में हम चाहे व्रत करें ना करें, लेकिन एक व्रत हमेशा व्यक्ति को करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि व्यक्ति मन की बुराइयों को त्याग दे तो यह भी किसी व्रत से कम नहीं है। व्यक्ति यदि ज्ञानवान है, बुद्धिमान है तो उसे इसका उपयोग करना चाहिए। 


दूसरों के कल्याण के लिए अपना ज्ञान वितरण करना चाहिए। यह भी किसी व्रत से कम नहीं है। उपवास रखना ही व्रत नहीं है। मन से किए गए श्रेष्ठ कार्य भी व्रत के समान ही है। जीवन में हम यदि किसी एक संकल्प को व्रत मानकर करें तो वह भी व्रत-उपवास से कम नहीं है।