हरिद्वार स्थित तारकेश्वरम् धाम भवन में लगाया गया भंडारा, बाबा बिहारी के जन्मोत्सव पर संत समाज के लिए लगा भंडारा
Bhandara was organised at Tarkeshwaram Dham Bhawan in Haridwar, Bhandara was organised for the saint community on the birth anniversary of Baba Bihari
Mahendra india news, new delhi
सिरसा। बाबा बिहारी के 130वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में हरिद्वार स्थित श्री तारकेश्वरम धाम भवन में संत सेवा भोजन भंडारे का आयोजन किया गया। बाबा बिहारी समाधि के मुख्य सेवक गुलाब राय गुर्जर ने हरिद्वार स्थित तारकेश्वरम् धाम भवन में पूजा-अर्चना की। गंगा स्नान किया। बाबा बिहारी और बाबा तारा को भोग लगाया गया।
इसके बाद भंडारे का शुभारंभ किया गया। भंडारे में हरिद्वार के संत समाज ने शिरकत की। सैंकड़ों की संख्या में संतों को भोजन करवाया गया। देर शाम को बाबा तारा घाट पर गंगा आरती की गई। इस मौके पर गौ गंगा सेवा धाम के ट्रस्ट संत स्वामी निर्मलदास महाराज विशेष रूप से उपस्थित रहे। मुख्य सेवक गुलाब राय गुर्जर ने बताया कि प्रत्येक वर्ष 1 जनवरी को बाबा बिहारी का महापरिनिर्वाण दिवस धूमधाम से मनाया जाता है।
इस दिन समाधि स्थल पर विशाल भंडारा लगाया जाता है जिसमें हजारों की संख्या में बाबा के श्रद्धालु भंडारे का प्रसाद ग्रहण करते हैं। हवन यज्ञ किया जाता है, रामायण पाठ होता है और इसके बाद भंडारा लगाया जाता है। गुलाब गुर्जर ने बताया कि प्रत्येक वर्ष 11 अगस्त के दिन बाबा बिहारी का अवतार दिवस भी धूमधाम से मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि बाबा बिहारी समाधि में होने वाले आयोजनों में पूर्व मंत्री गोपाल कांडा व समाजसेवी गोबिंद कांडा का विशेष योगदान रहता है। उन्होंने कहा कि बाबा बिहारी शिव उपासक थे। उन्हांेने सिरसा में लंबे समय तक साधना की। सिरसा के ही संत श्री बाबा तारा व बाबा श्योराम दास ने भी बाबा बिहारी से ही दीक्षा ली थी।
बाबा बिहारी सिरसा के रानियां बाजार स्थित अरोड़ा सुनार वाली गली में जन्में थे। बचपन से ही वे भगवान भोले नाथ की पूजा-अर्चना करते थे। बाबा के श्रद्धालुओं ने उनके पैतृक आवास को तत्कालीन अवस्था में ही भव्य रूप दिया। बाबा के आवास के दर्शन कर उनके भक्त स्वयं को धन्य महसूस करते हैं। सिरसा पर बाबा की अपार कृपा है। रानियां रोड पर बाबा बिहारी की भव्य समाधि है। यहां भक्त प्रतिदिन पूजा-अर्चना करते हैं और बाबा के चरणों में शीश नवाकर मन्नते मांगते हैं। बाबा भक्तों की मन्नतें पूरी करते हैं।
