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इंस्पायर अवार्ड योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए प्रधानाचार्यों का क्षमता विकास प्रशिक्षण आयोजित

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Capacity development training of principals organized for successful implementation of Inspire Award Scheme

mahendra india news, new delhi
सिरसा। युवा सोच को नई उड़ान देने के मकसद से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार द्वारा शुरू की गयी इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के लिए मंगलवार को राजकीय कन्या उच्च विद्यालय ओढां में सरकारी और प्राइवेट विद्यालयों के मुखियाओं के लिए खंड शिक्षा अधिकारी अमन पाल की अध्यक्षता में एक दिवसीय बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में मुख्य वक्ता के रूप में जिला विज्ञान विशेषज्ञ डा. मुकेश कुमार ने शिरकत की।

बैठक के दौरान समस्त उपस्थित स्कूल मुखियाओं से रूबरू होते हुए डॉ मुकेश कुमार ने बताया कि इंस्पायर अवार्ड मानक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार का एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है। इसे प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गये स्टार्टअप इंडिया पहल के साथ जोड़ा गया है। इसका उद्देश्य मेधावी छात्रों के अंदर छोटी आयु में ही विज्ञान की पढ़ाई के प्रति रूचि पैदा करना व वैज्ञानिक अनुसन्धान को अपना भविष्य बनाने के लिए प्रेरित व आकर्षित करना है। कार्यक्रम के तहत कक्षा 6 से 12वीं के मेधावी विद्यार्थी जिनके आईडिया चयनित होते हैं, उनको दस हजार रुपये की अवार्ड राशि प्रदान की जाती है। इस राशि का उपयोग छात्रों द्वारा विज्ञान का एक प्रोजेक्ट या मॉडल बनाने व् उसे जिला स्तरीय प्रदर्शनी व प्रतियोगिता स्थल तक पहुंचाने के लिए किया जाता है। इसके तहत अवार्ड विजेता विद्यार्थी जिलाए राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर हिस्सा लेता है। राष्ट्रीय प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को महामहिम राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया जाता है।


देशभर से एक लाख छात्रों को मिलेगा पुरस्कार:
भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग तथा राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान द्वारा देश भर से आने वाले सर्वश्रेष्ठ एक लाख विचारों का चयन किया जायेगा। इन चयनित विद्यार्थियों को 10 हजार रुपये प्रति विद्यार्थी पुरस्कार राशि उनके बैंक खाते में डाली जाएगी। विचारों का चयन उसकी नवीनता, व्यवहारिकता, सामाजिक उपयोगिता, पर्यावरण की अनुकूलता और वर्तमान में मौजूद तकनीक से बेहतरी के आधार पर होगा। इसके बाद पूरे भारत से जिला स्तरीय प्रदर्शनी और प्रोजेक्ट कम्पटीशन करवाकर एक लाख नवप्रवर्तनों में से 10 हजार नवप्रवर्तनों का चयन किया जायेगा। इसके पश्चात् राज्य स्तरीय प्रदर्शनी और प्रोजेक्ट कम्पटीशन द्वारा 10 हजार में से एक हजार नवप्रवर्तनों का चयन होगा। चयनित एक हजार प्रतिकृति को राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी में रखा जायेगा, जहां से श्रेष्ठ 60 को राष्ट्रीय पुरुस्कार के लिए चयनित किया जायेगा, जिन्हें महामहिम राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया जायेगा।

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ये विचार नहीं होंगे मान्य:
प्रतियोगिता में सामान्य विचार/प्रोजेक्ट जैसे पन बिजली परियोजना, बारिश के पानी का संग्रहण, जल स्तर सूचक, जैविक खाद, उर्जा बनाने के लिए टरबाइन का उपयोग, भूकंप सूचक यंत्र को आगे नहीं बढ़ाया जायेगा।

 


-इंस्पायर अवार्ड मानक में बच्चों को केवल नवप्रवर्तनों के लिए प्रेरित करना है। माता-पिता बच्चों को मौलिक विचारों को प्रोटोटाइप/मॉडल बनाने में मदद कर सकते हैं, लेकिन अपने खुद के विचार नहीं दे सकते हैं।
-डा. मुकेश कुमार, जिला विज्ञान विशेषज्ञ एवं जिला नोडल अधिकारी इंस्पायर अवार्ड मानक।