CDLU में शिक्षा विभाग की प्रो. रंजीत कौर और पंजाबी विभाग के प्राध्यापक गुरसाहिब सिंह को दी अहम जिम्मेवारी
चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय, सिरसा के कुलगुरु प्रो. विजय कुमार ने शिक्षा विभाग की प्रो. रंजीत कौर को श्री गुरु तेग बहादुर जी रिसर्च चेयर का निदेशक तथा पंजाबी विभाग के प्राध्यापक गुरसाहिब सिंह को उप-निदेशक नियुक्त किया है।
इस संबंध में कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार द्वारा अधिसूचना जारी की गई। कुलगुरु प्रो. विजय कुमार ने कहा कि ये नियुक्तियां श्री गुरु तेग बहादुर जी के जीवन, दर्शन, बलिदान और मानवीय मूल्यों पर आधारित उत्कृष्ट शोध, अकादमिक गतिविधियों और प्रकाशनों को नई दिशा प्रदान करेंगी तथा विश्वविद्यालय में शोध संस्कृति को और सुदृढ़ बनाएंगी। उन्होंने कहा कि यह रिसर्च चेयर राष्ट्रीय स्तर पर भी उल्लेखनीय पहचान स्थापित करेगी और पंजाबी विरासत, सिख इतिहास एवं गुरु परंपरा से जुड़े अध्ययन और सांस्कृतिक पहलुओं को नया आयाम देगी।
उल्लेखनीय है कि प्रो. रंजीत कौर एक कुशल एवं अनुभवी शिक्षाविद् हैं, जिन्होंने एमएससी, एमएड एवं पीएचडी की उपाधियाँ प्राप्त करने के साथ-साथ यूजीसी-नेट एवं जेआरएफ भी उत्तीर्ण किया है। उन्हें 22 वर्षों का शिक्षण एवं 14 वर्षों का अनुसंधान अनुभव प्राप्त है।
वे छात्रावास अधीक्षिका, डे-केयर केंद्र प्रभारी, डीन यूथ वेलफेयर समन्वयक तथा महिला शिकायत प्रकोष्ठ की सदस्य सचिव जैसे कई प्रशासनिक दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वहन कर चुकी हैं। उनका शोध कार्य शिक्षाशास्त्र, शैक्षिक मनोविज्ञान, शिक्षक शिक्षा, शैक्षिक प्रशासन और नेतृत्व जैसे विषयों पर केंद्रित है। उन्होंने अब तक 68 शोध पत्र प्रकाशित किए हैं, 60 प्रस्तुतियाँ दी है, 2 पुस्तकें एवं 4 पुस्तक अध्याय लिखे हैं, साथ ही 3 शैक्षणिक टूल्स विकसित किए हैं। उनके निर्देशन में 23 एमफिल एवं 12 पीएचडी शोधार्थियों ने शोध पूर्ण किया है।
पंजाबी विभाग के प्राध्यापक गुरसाहिब सिंह मध्यकालीन पंजाबी काव्य, विशेषकर गुरबाणी, के एक सक्रिय शोधकर्ता हैं। उनका एमफिल शोध विषय “गुरु राम दास दियां वारां : एक अध्ययन” रहा है। उन्होंने राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में कुल 12 शोध पत्र प्रकाशित किए हैं तथा 17 राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों और सम्मेलनों में शोध प्रस्तुतियाँ दी हैं। वर्तमान में वे सीडीएलयू के एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी तथा पंजाबी विभाग की बोर्ड ऑफ स्टडीज के सदस्य के रूप में दायित्व निभा रहे हैं।
