सीडीएलयू SIRSA के कुलपति प्रो. विजय कुमार ने प्रो. मोनिका को विश्वविद्यालय की पुस्तकालयाध्यक्ष का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा
Jul 19, 2025, 16:10 IST
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सिरसा, चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय (CDLU), सिरसा के कुलपति प्रो. विजय कुमार ने विश्वविद्यालय की पुस्तकालयाध्यक्ष का अतिरिक्त कार्यभार प्रो. मोनिका वर्मा को सौंपा है। प्रो. मोनिका विश्वविद्यालय की एक वरिष्ठ शिक्षाविद एवं कुशल प्रशासक के रूप में जानी जाती हैं।
वर्तमान में प्रो. मोनिका खेल परिषद की अध्यक्ष, शारीरिक शिक्षा विभाग की अध्यक्ष, एवं इतिहास विभाग की अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने अपने शिक्षण और शोध जीवन में उल्लेखनीय योगदान दिया है। अब तक वे 18 पीएच.डी. तथा 17 एम.फिल. शोधार्थियों का निर्देशन कर चुकी हैं। उनके नाम 14 पुस्तकें एवं 41 शोध-पत्रों का प्रकाशन है। स्ट्रेंथ एंड फ्लेक्सिबिलिटी बॉडी वेट ट्रेनिंग गाइड के नाम से पेटेंट भी है।
प्रो. मोनिका इससे पूर्व भी विश्वविद्यालय में अनेक महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दे चुकी हैं जिनमें कुलसचिव (अतिरिक्त कार्यभार), दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय की निदेशक, शिक्षा विभागाध्यक्ष, शिक्षा संकाय की अधिष्ठाता, महिला शिकायत समिति की सचिव, शोध संकाय की अधिष्ठाता, तथा मुख्य अधीक्षिका प्रमुख हैं। इसके अतिरिक्त वे यूजीसी नेट परीक्षा (दिसंबर 2014 एवं जून 2015) तथा एआईयू (भारतीय विश्वविद्यालय संघ) की ऑब्जर्वर भी रह चुकी हैं।विश्वविद्यालय पुस्तकालय के कार्यों में गुणवत्ता, अनुशासन और नवाचार लाने की दृष्टि से यह नियुक्ति महत्वपूर्ण मानी जा रही
वर्तमान में प्रो. मोनिका खेल परिषद की अध्यक्ष, शारीरिक शिक्षा विभाग की अध्यक्ष, एवं इतिहास विभाग की अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने अपने शिक्षण और शोध जीवन में उल्लेखनीय योगदान दिया है। अब तक वे 18 पीएच.डी. तथा 17 एम.फिल. शोधार्थियों का निर्देशन कर चुकी हैं। उनके नाम 14 पुस्तकें एवं 41 शोध-पत्रों का प्रकाशन है। स्ट्रेंथ एंड फ्लेक्सिबिलिटी बॉडी वेट ट्रेनिंग गाइड के नाम से पेटेंट भी है।
प्रो. मोनिका इससे पूर्व भी विश्वविद्यालय में अनेक महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दे चुकी हैं जिनमें कुलसचिव (अतिरिक्त कार्यभार), दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय की निदेशक, शिक्षा विभागाध्यक्ष, शिक्षा संकाय की अधिष्ठाता, महिला शिकायत समिति की सचिव, शोध संकाय की अधिष्ठाता, तथा मुख्य अधीक्षिका प्रमुख हैं। इसके अतिरिक्त वे यूजीसी नेट परीक्षा (दिसंबर 2014 एवं जून 2015) तथा एआईयू (भारतीय विश्वविद्यालय संघ) की ऑब्जर्वर भी रह चुकी हैं।विश्वविद्यालय पुस्तकालय के कार्यों में गुणवत्ता, अनुशासन और नवाचार लाने की दृष्टि से यह नियुक्ति महत्वपूर्ण मानी जा रही