हरियाणा में गेहूं व सरसों का उठान न होने से नहीं हो पा रहा किसानों की फसल का भुगतान: लखविंदर सिंह औलख

 | 
Due to non-lifting of wheat and mustard in Haryana, farmers are not getting their crop paid: Lakhwinder Singh Aulakh
mahendra india news, new delhi

 बीकेई प्रदेशाध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख ने शुक्रवार को मीडिया में जारी ब्यान में कहा कि हरियाणा में गेहूं व सरसों की फसलों का उठान न होने की वजह से किसानों को उनकी फसल का भुगतान नहीं हो पा रहा है। हरियाणा में 24 अप्रैल तक 3 करोड़ 64 लाख क्विंटल गेहूं की खरीद हुई है, जिसमें से 3 करोड़ 42 लाख क्विंटल गेहूं का उठान हुआ है, जो लगभग साढ़े 51.50 प्रतिशत बनता है।


हरियाणा के सिरसा जिले में गेहूं के उठान के और भी बुरे हालात हैं। 24 अप्रैल तक सिर्फ  38.5 प्रतिशत गेहूं का उठान हुआ है, जबकि करीबन 68 लाख क्विंटल गेहूं आया था, जिसमें से 24 लाख क्विंटल गेहूं ही उठाया गया है। सिरसा जिले में 2 लाख 43 हजार क्विंटल सरसों की लि िटंग भी अभी पेंडिंग है। जब तक सरकारी खरीद एजेंसियां मंडियों से गेहूं का उठान नहीं करती हैं, तब तक किसान की खातों में पेमेंट नहीं डाली जाती है जिसकी वजह से हरियाणा के किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हमारी मु यमंत्री नायब सिंह सैनी से अपील है कि मंडियों से गेहूं व सरसों की लि िटंग करवाकर किसानों को उनकी फसल का भुगतान तुरंत करवाया जाए। इस मौके पर बीकेई प्रदेश महासचिव अंग्रेज सिंह कोटली, राज्य कार्यकारिणी सदस्य गुरपिंदर सिंह काहलों, संजीव कुमार, सुखदेव सिंह केसूपुरा, राजेंद्र मैहनाखेड़ा मौजूद रहे।