द सिरसा स्कूल में एक सोच संस्था ने विद्यार्थियों को शारीरिक सुरक्षा के प्रति किया जागरूक

हरियाणा के सिरसा में द सिरसा स्कूल में सामाजिक संस्था एक सोच द्वारा बच्चों की शारीरिक सुरक्षा (बॉडी से टी अवेयरनेस) विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें पहली से बारहवीं तक के विद्यार्थियों को शारीरिक सुरक्षा के लिए जागरुक किया गया।
इस कार्यशाला का उद्देश्य बच्चों को उनके शारीरिक सुरक्षा, गुड टच-बैड टच की समझ और आत्मसंरक्षण के प्रति जागरूक करना था। कार्यशाला की शुरुआत संस्था की प्रतिनिधि अनामिका संधु व विद्यालय की डायरेक्टर प्रिंसीपल मनीषा गोदारा द्वारा दीप प्रज्जवलन के साथ हुई। इसके बाद उन्होंने बच्चों को सरल व प्रभावशाली तरीके से यह बताया कि उनके शरीर को किसी को भी छूने का अधिकार नहीं है, इसके अलावा एक सोच संस्था का नारा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, बेटी को शोषण से बचाओ के बारे में भी बच्चों को जानकारी दी गई।
कार्यशाला में गुड टच और बैड टच के बीच अंतर असहज स्थिति में क्या करें, सहायता के लिए किससे संपर्क करें जैसे महत्वपूर्ण विषयों को रोचक गतिविधियों व संवाद के माध्यम से समझाया गया। विद्यालय की डायरेक्टर व प्रिंसीपल मनीषा गोदारा ने एक सोच संस्था का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज के समय में इस प्रकार की जागरूकता अत्यंत आवश्यक है, जिससे बच्चे खुद की सुरक्षा के प्रति सजग बन सकें। कार्यक्रम में विद्यालय के शिक्षक व छात्र-छात्राओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में बच्चों ने अपने अनुभव सांझा किए और इस विषय पर खुलकर बात करने की आवश्यकता को समझा। द सिरसा स्कूल भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रम करवाने के लिए कटिबद्ध रहेगा।