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ऐलनाबाद के विधायक भरत सिंह बैनीवाल ने बारिश से प्रभावित गांवों का किया दौरा, बोले किसानों को मिले मुआवजा

 
Ellenabad MLA Bharat Singh Beniwal visited the rain-affected villages and said that farmers should get compensation
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 Ellenabad MLA Bharat Singh Beniwal visited the rain-affected villages and said that farmers should get compensation
 mahendra india news, new delhi
चोपटा क्षेत्र में मानसून की बरसात ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। क्षेत्र के सेमग्रस्त गांवों में जलभराव के कारण नरमा, कपास, ग्वार, मूंगफली, मूंग और बाजरे जैसी खरीफ फसलें बर्बाद होने लगी हैं। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए ऐलनाबाद के विधायक भरत सिंह बैनीवाल ने मुख्यमंत्री के नाम एक अर्ध-सरकारी पत्र लिखा, जिस पर संज्ञान लेते हुए सिरसा के उपायुक्त ने स्पेशल गिरदावरी और क्षतिपूर्ति पोर्टल खोलने के आदेश जारी किए हैं।

उपायुक्त का आदेश, गिरदावरी कराकर मुआवजा दिलवाने की प्रक्रिया शुरू
सिरसा जिला उपायुक्त द्वारा तहसीलदार नाथूसरी चौपटा और ऐलनाबाद को पत्र भेजकर जलभराव वाले गांवों की फसलों का गांव वार आकलन कर विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। साथ ही, स्पेशल गिरदावरी कराकर पोर्टल पर क्षतिपूर्ति के लिए डेटा अपलोड करने और किसानों को मुआवजा दिलवाने की प्रक्रिया भी शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।उपायुक्त कार्यालय को विधायक बैनीवाल का पत्र 1 अगस्त को प्राप्त हुआ था, जिसमें बारिश से हुए फसल नुकसान का ब्यौरा, ग्रामीण स्तर पर गिरदावरी की मांग और किसानों को मुआवजा देने की अपील की गई थी।

10 से अधिक गांवों में फसलें जलमग्न, 100 फीसद नुकसान
लगातार हो रही बारिश से खंड के करीब 10 गांवों में 2608 एकड़ से अधिक कृषि भूमि जलभराव की चपेट में आ चुकी है। कृषि विभाग के अनुसार, इनमें से 1110 एकड़ में 50 से 75 प्रतिशत तक फसल खराब हो चुकी है, जबकि 1500 एकड़ भूमि पर 100 प्रतिशत फसल नष्ट हो गई है।

प्रभावित गांवों में चाहर वाला, तरकांवाली, शाहपुरिया, शक्कर मंदोरी, गंजा रुपाणा, रुपाणा बिश्नोईयां, माखोसरानी, नाथूसरी कला, हजीरा, लुदेसर, रुपाणा खुर्द, दड़बा कलां, गुड़िया खेड़ा, रूपवास, रायपुर आदि प्रमुख हैं।

किसानों से अपील: फसल नष्ट न करें जब तक गिरदावरी पूरी न हो
वहीं कृषि विभाग ने किसानों से अपील की है कि वे जलभराव वाली फसलों को ट्रैक्टर चलाकर नष्ट ना करें, जब तक कि विभाग की ओर से स्पेशल गिरदावरी या क्रॉप कटिंग रिपोर्ट तैयार नहीं कर ली जाती। विभाग ने स्पष्ट किया कि अब सामने की फसल का बिजाई समय समाप्त हो चुका है, और रबी की फसल की तैयारी में अभी समय है,

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ऐसे में मुआवजे की प्रक्रिया किसानों के हित में जरूरी है।
विधायक बैनीवाल ने की 35000 रुपए प्रति एकड़ मुआवजे की मांग विधायक भरत सिंह बैनीवाल ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को पत्र लिखकर प्रभावित किसानों को 35,000 रुपये प्रति एकड़ का मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने शनिवार को स्वयं क्षेत्र के प्रभावित गांवों का दौरा किया और शक्कर मंदोरी, शाहपुरिया, रुपाणा, माखोसरानी सहित कई गांवों के खेतों में जाकर स्थिति का जायजा लिया।

किसानों की आपबीती: उत्पादन शून्य, खर्च 10 हजार तक
गांव के किसान वीरेंद्र कासनिया, संदीप कुमार, प्रदीप कुमार, सुभाष चंद्र, मनीष, विनोद, राजेंद्र, प्रवीण कुमार आदि ने विधायक से अपनी स्थिति साझा की। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश के कारण उनके खेतों में पानी भर गया है। नरमा, कपास, ग्वार, मूंगफली, मूंग और बाजरे की फसलें पूरी तरह सूखने लगी हैं और अब वे नष्ट होने के कगार पर हैं।किसानों ने बताया कि एक एकड़ पर उन्होंने 8000 से 10,000 रुपये तक की लागत पहले ही लगा दी है, लेकिन अब उत्पादन पूरी तरह से शून्य हो सकता है। अगर जल्द मुआवजा नहीं मिला तो उनकी आर्थिक स्थिति और भी खराब हो जाएगी।