हिसार घग्घर ड्रेन सेमनाला में कटाव 24 घंटे के बाद भी नहीं हुआ बंद, एक हजार एकड़ में फसल डूबी
चौपटा क्षेत्र के गांव गुडिया खेड़ा व गांव मोडिया खेड़ा में हिसार घग्घर ड्रेन के अंदर आए कटाव को अभी तक बंद नहीं हो गया। सेमनाला को टूटे हुए करीबन 24 घंटे बीच चुके हैं। अभी भी ग्रामीण व डेरा प्रेमी तटबंध को जोड़ने में लगे हुए हैं। सेमनाला के टूटने से अभी तक करीबन एक हजार एकड़ में खड़ी धान व नरमा की फसल डूब चुकी है।
गौरतलब है कि शनिवार तड़के करीबन चार बजे अचानक टूट गई। इससे 70 फुट कटाव होने से पानी तेजी से खेतों की तरफ बढ़ रहा है। सेमनाला के टूटने की ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को सूचना दी। सूचना मिलते ही सिंचाई विभाग व जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गये। गौरतलब है कि हिसार घग्घर ड्रेन में पिछले दो दिनों से लगातार जल स्तर बढ़ रहा है। इससे गांव नाथूसरी कलां में दो दिन पहले ओवरफ्लो हो गई। इसी के साथ गुडिया खेड़ा में भी दो बार लीकेज हो चुकी है। सेमनाला जलस्तर बढ़ने से ही गांव मोडिया खेड़ा के पास टूट गई।
---- 6 ढाणियां डूबी
हिसार घग्घर ड्रेन के टूटने से गांव निवासी सतवीर सिंह, बजीर सिंह, आत्माराम, धोलू, मोहन, सुरजीत गोदारा, धनराज गोदारा की ढाणी डूबी है। इसी के साथ ही ट्यूबवेल कई किसानों के डूब गये। ग्रामीणों ने बताया कि सेमनाला के टूटने से फसलों को काफी नुकसान हुआ है। प्रदेश सरकार किसानों को प्रति एकड़ कम से कम 60 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए।
