सिरसा में किसानों व मजदूरों ने मांगों को लेकर दिया धरना, सौंपा ज्ञापन, दी ये चेतावनी

हरियाणा के सिरसा में संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा के आह्वान पर मंगलवार को सिरसा जिला के विभिन्न किसान, मजदूर संगठनों ने सामुहिक रूप में सिरसा जिला उपायुक्त कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। डा. सुखदेव सिंह ज मू ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा 19 नवंबर 2021 को संयुक्त किसान मोर्चा के ऐतिहासिक आन्दोलन के चलते जिन खेती कानूनों को वापिस लिया गया था, उन्हीं कानूनों को राज्य सरकारों से लागू करवाने के लिए केन्द्र सरकार ने मंडी व्यापार प्रोग्राम फ्रेमवर्क का मसौदा तैयार करके भेजा है।
पंजाब व केरला सरकार ने विधानसभा में प्रस्ताव पारित करके उसे रद्द कर दिया है, हरियाणा सरकार भी उपरोक्त मसौदे को विधानसभा में प्रस्ताव पारित करके रद्द करे। इस मांग को मु य रूप से व अन्य जनहितकारी मांगों को लेकर मु यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित करने के लिए उपायुक्त को 18 मांगों वाला मांगपत्र सौंपा गया। जिसमें किसान को सभी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के मुताबिक दिया जाए व उसकी ख़रीद की गारंटी का कानून बनाया जाए। किसान नेताओं पर विभिन्न आन्दोलनों के चलते व वायु प्रदूषण के तहत पराली जलाने के मुकदमों को रद्द करने की मांग उठाई गई। सरकार द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड कर्ज पर ब्याज में चार प्रतिशत की छूट की राशि कर्ज खाते में जमा कराई जाए।
किसानों मजदूरों को कर्ज मुक्त किया जाए। बिजली कानून में संशोधन बिल व स्मार्ट मीटर स्कीम रद्द की जाए। मनरेगा मजदूरों को प्रति वर्ष दो सौ दिन काम दिहाड़ी बढ़ी मज़दूरी के साथ दिया जाए। वृद्ध किसान मजदूर को दस हज़ार रुपए प्रति माह स मान पैंशन दी जाए। अवारा सांड, गाय व कुत्तों का प्रबंधन सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा सभी किसान नेताओं ने स्थानीय समस्याओं पर विस्तार से विचार किया व सरकार से उनके समाधान की मांग उठाई। मु यमंत्री से संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा द्वारा इन समस्याओं पर चर्चा करने के लिए समय की मांग उठाई गई। अगर एक सप्ताह में समय नहीं मिला तो आगामी 20 मार्च 2025 को पिपली (कुरुक्षेत्र) में मु यमंत्री निवास पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। इस मौके परअखिल भारतीय किसान सभा (1936) के प्रितपाल सिंह सिद्धू, बलराज बणी, हरियाणा किसान मंच से बाबा गुरदीप सिंह, बी के यू एकता उगराहां से रघुबीर सिंह नकौड़ा, भोला सिंह, सुन्दर पाल हैबुआना, अखिल भारतीय किसान सभा के हमजिन्दर सिद्धू, राजकुमार शेखुपुरिया, एडवोकेट गुरतेज ब्रांड ने अपने विचार व्यक्त किए।