चौपटा क्षेत्र में किसानों की फसलों को हुआ नुकसान, जलभराव से एक माह से सिरसा चौपटा रोड बाधित
मानसून की बरसात से चौपटा क्षेत्र में सेमग्रस्त गांवों के अंदर जलभराव व हिसार घग्घर ड्रेन टूटने से फसलों को काफी नुकसान हुआ है। फसलों में अभी भी पानी जलभराव है। चौपटा क्षेत्र में करीबन 20 हजार एकड़ में खड़ी फसलों को सीधे तौर पर नुकसान हुआ है।
इन गांवों में बरसात से नुकसान
मानसून की इस बार जमकर बरसात हुई। बारिश से नरमा, धान, मूंग, ग्वार की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। इसी के साथ कई गांवों और स्कूलों में जलभराव हुआ है। वहीं, मकानों में दरार आने से क्षतिग्रस्त हुए हैं। चौपटा क्षेत्र के गांव दड़बा कलां, मानक दिवान, नहरांवाली, माखोसरानी, रूपाना खुर्द, नाथूसरी कलां, तरकांवाली, शाहपुरियां, लुदेसर, गुडियाखेड़ा मोडिया खेड़ा, रूपावास, नहराना समेत अन्य गांवों के अंदर नुकसान हुआ।
हिसार घग्घर ड्रेन से बना खतरा
हिसार घग्घर ड्रेन चौपटा क्षेत्र के गांव नाथूसरी कलां, गुडिया खेड़ा, मोडिया खेड़ा, शक्करमंदोरी, चाहरवाला में टूटने से फसलों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। इसी के साथ ही चौपटा से सिरसा मार्ग पर गांव दड़बा कलां के समीप रोड पर दो से तीन फीट तक पानी का जलभराव एक माह से हैं। रोड बाधित होने पर रूट डायवर्ट किया हुआ है। सिरसा से चौपटा की तरफ जाने वाले वाहन गांव रूपाना खुर्द और लुदेसर व माखोसरानी से दड़बा कलां से आ जा रहे हैं।
किसान श्रवण कुमार, पृथ्वी सिंह, शशिपाल, हरी सिंह, नरेंद्र कुमार ने बताया कि फसलों को बरसात से काफी नुकसान हुआ है। इस बार तो खड़ी फसल डूब गई। खेतों में जलभराव होने से अगली फसल की बिजाई भी नहीं हो पाएगी। किसानों को सरकार द्वारा उचित मुआवजा दिया जाए।
