5 फरवरी तक यहां पर लगे कृषि मेले में किसानों को मिलेगा फायदा, आप भी उठाएं मेले का फायदा
![देशभर से आए कृषि विशेषज्ञ किसानों के साथ संवाद करेंगे](https://mahendraindianews.com/static/c1e/client/102772/uploaded/f2d7d52340b71db26b4eb8e77f67fd5d.jpg)
mahendra india news, new delhi
केंद्र सरकार किसानों को आर्थिक तौर पर मजबूत करने के लिए अनेक योजनाएं चला रही है। इसी के साथ साथ किसानों को नए तौर तरीके से खेती करने के गुर भी समय समय पर सिखाएं जा रहे हैं। इसी को लेकर देश में किसानों को खेती-किसानी, पशुपालन एवं मछली पालन की नई-नई तकनीकों से अवगत कराने के लिए कृषि विभाग एवं कृषि विश्वविद्यालयों के द्वारा समय-समय पर किसान मेलों का आयोजन किया जाता है।
आपको बता दें कि किसान इन मेलों में जाकर ना केवल कृषि की नई तकनीकों के बारे में जान सकते हैं बल्कि खेती में उन्हें आ रही समस्याओं का समाधान भी वैज्ञानिकों से प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे ही एक किसान मेले का आयोजन वाराणसी स्थित भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद् – भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान आईआईवीआर में किया जा रहा है। यह विशाल क्षेत्रीय किसान मेला 3 से चल रहा है। जबकि यह 5 फरवरी 2024 तक शहंशाहपुर परिसर में 3 दिनों के लिए आयोजित किया जाएगा।
आपको बता दें कि इस मेले में उत्तर प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सूर्य प्रताप शाही मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद् के महानिदेशक डॉ. हिमांशु पाठक भी उपस्थित रहेंगे।
मेले से किसानों को मिलेगा यह फायदा
आपको बता दें कि भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान के निदेशक डा. तुषार बोहरे के अनुसार इस मेले में उन्नत कृषि उपायों के माध्यम से मानव स्वास्थ्य एवं कृषक समृद्धि पर आयोजित होने वाले इस मेले में कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन, जैविक खेती, प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन, कृषि यंत्रीकरण, सब्जियों की उन्नत खेती, पॉली हाउस, हाई टेक नर्सरी, ड्रोन, कीट एवं रोग प्रबंधन जैसे विषयों पर तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे, इसमें देशभर से आए कृषि विशेषज्ञ किसानों के साथ संवाद करेंगे।
आपको ये भी बता दें कि मेला एसोसिएशन फॉर प्रमोशन ऑफ इनोवेशन इन वेजिटेबल्स, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, राज्य सरकार, सरकारी एवं निजी प्रतिष्ठानों के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। इस मेले में मुख्य आकर्षण सब्ज़ी प्रदर्शनी एवं विभिन्न प्रतिष्ठानों द्वारा कृषि उत्पादों/ यंत्रों का प्रदर्शन एवं विक्रय है। मेले में केंद्र सरकार, विश्वविद्यालयों, आईसीएआर संस्थानों, कृषि-व्यवसाय संस्थानों और अनेक कंपनियों के कई अन्य गणमान्य लोग और 6 अलग-अलग प्रदेशों के 5 हजार से अधिक किसान तीन दिनों तक आयोजित होने वाले इस मेले में भाग लेंगे।