FMC कंपनी की स्प्रे मशीन से किसान की 3 एकड़ नरमे की फसल नष्ट: लखविंदर सिंह औलख
mahendra india news, new delhi
सिरसा। एफएमसी कंपनी की स्प्रे मशीन से गांव मेहनाखेड़ा के एक किसान के खेतों में खड़ी 3 एकड़ नरमे की फसल नष्ट हो गई। बीकेई प्रदेशाध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख ने बताया कि उन्हें मैहना खेड़ा गांव के किसान ने फोन पर बताया कि उसने 5 एकड़ भूमि ठेके पर ले रखी है। उसके पास खुद की मात्र डेढ़ एकड़ जमीन है, उसकी 2 एकड़ 6 कनाल नरमे की फसल स्प्रे करने के पश्चात नष्ट हो गई। किसान की सूचना पर बीकेई टीम से गुरपिंदर सिंह काहलों, सुनील नैन, राकेश भांभू व भीम न्योल के साथ गांव मैहनाखेड़ा मदनलाल गोदारा के खेत में पहुंचकर देखा तो उसके 2 एकड़ 6 कनाल में नरमे की खड़ी फसल नष्ट हो चुकी थी। मदनलाल ने बताया कि 18 जुलाई को उसने अपने खेत में कीटनाशक दवाई का छिडक़ाव एफएमसी कंपनी की स्प्रे मशीन से करवाया था।
एक सप्ताह बाद नरमा खराब होना शुरू हो गया। उसने अपने आस-पड़ोस व गांव की किसानों को बताया तो पता चला कि एफएमसी की स्प्रे मशीन जिससे छिडक़ाव किया गया है वह पहले पंजाब के नकोदर में मक्की की फसल पर खरपतवार नाशक दवाई के छिडक़ाव में प्रयोग की गई थी।
वहां से तहसील रानियां के गांव मैहना खेड़ा लाई गई, जिसके ऑपरेटर दीपक गोदारा ने अपने घर के बाहर मशीन को जहां रोका वहां पर भी नरमे के पौधे खराब हो गए। मदन गोदारा के खेत में स्प्रे करने के बाद अवधेश कालड़ा और राजकुमार के खेतों में भी स्प्रे की गई, उनकी फसल में भी खरपतवार का असर हुआ है, लेकिन पहला ड्रम मदन गोदारा के खेत में छिडक़ाव किया गया था, जिसमें खरपतवार का असर ज्यादा होने की वजह से उसकी 2 एकड़ 6 कनाल नरमे की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है।
जब इस बारे एफएमसी स्प्रे मशीन के प्रबंधक को सूचित किया गया तो उन्होंने बार-बार फोन करने के बावजूद भी किसान के खेत में आकर मौका को नहीं देखा। औलख ने कहा कि उन्होंने एफएमसी स्प्रे मशीन के एरिया प्रबंधक अमित बिश्नोई से बात की और उन्हें उनकी स्प्रे मशीन की गलती से किसान की बर्बाद हुई फसल की भरपाई के लिए कहा और साथ ही मदनलाल गोदारा से कृषि उपनिदेशक के नाम शिकायत पत्र भी लिखवाकर उन्हें भेजा। हम कृषि विभाग स्प्रे मशीन वाली एफएमसी कंपनी से अपील करते हैं कि किसान की खराब हुई फसल का निरीक्षण करके उसकी भरपाई करवाई जाए। इस मौके पर गांव के सरपंच प्रतिनिधि राजवीर सिंह, मदन लाल गोदारा, दीपक गोदारा, राजकुमार, पवन, वेद प्रकाश, दर्शन, लालचंद, झंडू राम, खेताराम आदि किसान मौजूद रहे।
