Ghaggar River: हर किसी के दुख तकलीफ को दिल से महसूस करते हुए नजर आए कप्तान मीनू बैनीवाल
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manday ko दोपहर के करीब सवां 12 बजे का समय, उमस भरी गर्मी, इसी के बीच घग्घर नदी में ओटू हेड के पास काफिला रूका। इस काफिले के पहुंचते ही लोगों की निगाहे पडऩे लगी। जैसे ही घग्घर नदी के बढ़ते हुए जल स्तर को निरीक्षण करने के लिए उतरे। सबकी जुबान पर एक ही शब्द था यह कौन है, फिर किसी ने बताया कि यह समाज सेवी कप्तान मीनू बैनीवाल है। इसके बाद तो नदी की लहरों देखकर लोग कहने लगे अब आगे कोई नुकसान नहीं होगा। आखिर कप्तान तो आ ही गया। कप्तान मीनू बैनीवाल सोमवार को घग्घर नदी का निरीक्षण ही नहीं किया। बल्कि हर किसी के दुख तकलीफ को दिल से महसूस करते नजर आए।
किसी को कोई परेशानी नहीं आने दूंगा
घग्घर नदी पर करीब पांच घंटे तक जगह जगह निरीक्षण किया। उन्होंने तटबंधों का जायजा लिया। इसी के साथ जहां पर जरूरत के हिसाब से सामान मुहैया करवाया। जलभराव से निपटने के लिए जेसीबी मशीनें, खाली कट्टे, मिट्टी की ट्रालिया बैटरियां व 51 लाख रुपए की सहायता राशि मुहैया करवाने की बात कही।
कप्तान मीनू बैनीवाल ने ओटू हेड से ढाणी प्रताप नगर, गिद्रावली, कुत्ताबढ़, राजाखेड़ा, हिमायुखेड़ा, किरपाल पटी, मौजूखेड़ा, बूढ़ीमेड़ी, अमृतसर खुर्द, मिर्जापुर, ठोबरिया और तलवाड़ा गांवों के घग्गर नदी से जल प्रभावित क्षेत्रों में जाकर ग्रामीणों से बातचीत की और उनकी समस्याएं सुनी। लोगों ने भी कहा आज आपदा की घड़ी में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं देखा जो मदद करने के लिए लोगों से पूछ रहा है आपको किस चीज की जरूरत है। आप कभी भी मुझे 24 घंटे फोन कर लेना, आपको हाजिर मिलूंगा।