फतेहाबाद विधानसभा क्षेत्र से गोबिंद कांडा नहीं लड़ सकेंगे निर्दलीय चुनाव, नामांकन हुआ रद्द, जाने किस कारण हुआ नामांकन रद्द
सिरसा के वरिष्ठ बीजेपी नेता गोबिंद कांडा की ओर से फतेहाबाद विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय भरवाए गए नामांकन पत्र को रद्द कर दिया है। जानकारी के अनुसार नामांकन प्रक्रिया के संपन्न होने से मात्र 20 मिनट पहले नाटकीय अंदाज में गोबिंद कांडा का नामांकन पत्र भरवाने उनके समर्थक युवराज सिंह पहुंचे थे। इस दौरान एसडीएम ने युवराज सिंह से नामांकन फार्म जमा कर लिया। बता दें कि हिदायत दी गई कि चुनाव आयोग के नियमानुसार जिस दिन नामांकन भरा जाता है, उसी दिन रात्रि 12 बजे तक आवेदक को निर्वाचन अधिकारी के समक्ष आकर शपथ लेनी होती है।
इस दौरान बुधवार देर रात्रि 12 बजे तक बीेजेपी गोबिंद कांडा शपथ लेने फतेहाबाद नहीं पहुंचे। इसके चलते अब उनका नामांकन रद्द नियमानुसार हो गया है।
जानकारी के अनुसार सूत्रों से पता चला है कि इनेलो के साथ हलोपा का गठबंधन होने के तुरंत बाद बीजेपी नेता गोबिंद कांडा ने अपना नामांकन फार्म भरकर फतेहाबाद भेजा। उनकी मंशा स्वयं को इनेलो-हलोपा का संयुक्त प्रत्याशी घोषित करने की थी। सूत्रों के अनुसार दावा किया जा रहा था कि सुनैना चौटाला का नामांकन रद्द करवा कर गोबिंद कांडा को इनेलो-हलोपा का प्रत्याशी घोषित करवा दिया जाएगा।
बीजेपी से नहीं मिली टिकट
कई दिनों पहले ही बीजेपी नेता गोबिंद कांडा ने फतेहाबाद की राजनीति में दिलचस्पी दिखाई थी। वह यहां से बीजेपी की टिकट चाह रहे थे। नगर परिषद के प्रधान राजेंद्र खिंची और कुछ पार्षदों को साथ लेकर शहर में कई जगहों पर गाोविंद कांडा ने कार्यक्रम भी किए थे। मगर बीजेपी हाईकमान ने मौजूदा विधायक दुड़ाराम को ही फिर से टिकट देकर मैदान में उतारा दिया। फतेहाबाद से दूडा राम चुनाव लड़ रहे हैं।