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goodbye stress: तनाव का प्रबन्धन किस प्रकार किया जाए यह आज हरेक के लिए एक विचारणीय विषय है कमीशनर गीता भारती

मनुष्य की सोच के अनुरूप ही उसका जीवन ढलता-चलता है तनाव मुक्तिविशेषज्ञा बीके पूनम 

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मनुष्य की सोच के अनुरूप ही उसका जीवन ढलता-चलता है तनाव मुक्तिविशेषज्ञा बीके पूनम 

mahendra india news, new delhi

सिरसा के हिसार रोड स्थित ब्रह्माकुमारीज़ आनन्द सरोवर नौ दिवसीय अलविदा तनाव शिविर का भव्य शुभारंभ हुआ जिसके उदघाटन सत्र में  हिसार मण्डल कमीश्नर बहन गीता भारती व सिरसा के उपायुक्त भ्राता पार्थ गुप्ता भी बतौर विशिष्ट अतिथि शामिल हुए। 


इस दौरान कमीश्नर बहन गीता भारती ने ब्रह्माकुमारीज़ के साथ अपने  पारिवारिक रिश्तों का जिक्र क रते हुए कहा कि इस संस्थान के कार्यक्रमों में शामिल होना मुझे बहुत खुशी प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि  प्रशासनिक और पारिवारिक जिम्मेदारियां निभाते हुए हर पड़ाव पर तनावग्रस्त करने वाली कुछ परिस्थ्तियां उत्पन्न हो ही जाती हैं, इसलिए तनाव का प्रबन्धन किस प्रकार किया जाए यह आज हरेक के लिए एक विचारणीय विषय है। इस दिशा में  यह हैप्पीनैस प्रोग्राम अवश्य ही नई चेतना का संचार करेगा जिससे समाज में एक खुशहाल वातावरण निर्मित हो सकेगा।

जीवन में आगे बढऩे के लक्ष्य
सिरसा के उपायुक्त भ्राता पार्थ गुप्ता ने कहा कि जीवन में आगे बढऩे के लक्ष्य के साथ-साथ हरेक को सदा हैप्पी रहने का संकल्प भी अवश्य लेना चाहिए, इसके लिए यहाँ सुनाए जा रहे विचार बहुत मददगार साबित होंगे। तनावमुक्त जीवन हर व्यक्ति की इच्छा है लेकिन इसे प्राप्त करने के लिए इस शिविर में बताई जाने वाली हर विधि को अपने व्यवहारिक जीवन में उतारने का सभी दृढ़ संकल्प अवश्य लें।


 
तनाव मुक्ति विशेषज्ञा बीके पूनम बहन ने प्रथम दिवस के विषय चिन्तामुक्त जीवनशैली को विस्तृत करते हुए कहा कि हमारे जीवन का आधार हमारे विचार हैं। मनुष्य की सोच के अनुरूप ही उसका जीवन ढलता-चलता है। यदि हमारे विचार उच्च गुणवत्ता वाले तथा महान होगें तो अवश्य ही हमारा जीवन महान बनता जाता है। हर एक व्यक्ति के पास दो तरह के मन है 

मनुष्य की सोच के अनुरूप ही उसका जीवन ढलता-चलता है तनाव मुक्तिविशेषज्ञा बीके पूनम 

उन्होंने कहा कि एक है बाह्य मन और दूसरा है अन्तर्मन। अन्तर्मन का हमारे जीवन पर सीधा-सीधा असर रहता है। अत: हमें अपने अन्तर्मन के महत्व को समझ उसमें महान विचारों को भरने पर ध्यान देना होगा। जब हम सवेरे सो करके उठते है उस समय हमारा अन्तर्मन जागृत अवस्था में होता है, रात्रि को सोने से पूर्व भी हमारा अन्तर्मन जागृत हो जाता है। अत: ऐसे समय पर हमें अपने मन में ऊँचे, महान व शक्तिशाली विचारों को भरना होगा, फिर हमारा जीवन स्वत: ही सफलता के सोपान चढऩा 
शुरू कर देता है।   

जिदंगी में लगभग हर आदमी का सामना तनाव
आनन्द सरोवर की मुख्य संचालिका बीके बिन्दू बहन जी ने शिविर का लक्ष्य स्पष्ट करते हुए कहा कि तेज रफतार से चल रही इस भागदौड़ भरी जिन्दगी में लगभग हर आदमी का सामना तनाव से हो ही जाता है जिसके फलस्वरूप जीवन में नकारात्मक परिणाम देखने को मिलते है। इस तनाव का सहज विधि से प्रबन्धन करते हुए जीवन को विकास की राह पर अग्रसर रखा जाए, इस प्रशिक्षण हेतु सिरसा जिलावासियों के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है।  उन्होंने अपनी शुभ कामना व्यक्त करते हुए कहा कि मुझे आशा ही नहीं परन्तु पूरी उम्मीद है कि शहरवासियों को यह शिविर तनाव से राहत प्रदान करेगा जिससे प्रत्येक प्रतिभागी के जीवन में नई उर्जा का भी संचार होगा ।  ं


कार्यक्रम में दीप प्रज्वलन के दौरान जिला बाल कल्याण अधिकारी बहन कमलेश चाहर जी, आज तक तथा एम एच वन न्यूज के जिला प्रभारी बलजीत सिंह, समरघोष से भारतभूषण, पल पल से सुरेश गौतम  तथा श्री देवेन्द्र मिगलानी जी भी विशेष तौर पर शामिल हुए।