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हरियाणा में सरकारी डॉक्टरों ने कर दिया ऐलान, हड़ताल पर जाने का फैसला, डॉक्टरों की ये हैं मांग

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हरियाणा में सरकारी डॉक्टरों ने कर दिया ऐलान, हड़ताल पर जाने का फैसला
mahendra india news, new delhi

हरियाणा में सरकारी अस्पताल आने वाले मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ सकती है। अस्पतालों में सरकारी डॉक्टर हड़ताल पर बुधवार रात्रि से जाने का फैसला लिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल से लंबित मांगों पर सहमति बनने बावजूद कोई लिखित आदेश जारी नहीं होने के कारण सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों में नाराजगी है। इसी को लेकर हड़ताल पर जाने का एलान कर दिया है। 


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मंगलवार को हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (एचसीएमएस) की राज्यस्तरीय बैठक के बाद राज्य प्रधान डॉ. राजेश ख्यालिया ने कहा कि उनकी मांगें पूरी नहीं की गई तो रात्रि से ही आपात सेवाओं के साथ तमाम स्वास्थ्य सेवाएं बंद कर दी जाएंगी।

एसोसिएशन के प्रधान ने कहा कि 18 जुलाई को हुई बैठक में सरकार ने आश्वस्त किया था कि 25 जुलाई से पहले लिखित आदेश जारी हो जाएंगे। उन्होंने कहा वाहन भत्ता भी 500 रुपये प्रति माह से बढ़ाकर तीन हजार रुपये किया जाएगा। इसके लिए 25 जुलाई से पहले उचित प्राधिकारी से मंजूरी लेकर दी जाए। इसी कारण एसोसिएशन ने हड़ताल का निर्णय वापस ले लिया था। 

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उन्होंने कहा कि अब सरकार ने इस पर कोई निर्णय नहीं लिया औैर मजबूरी में हड़ताल पर जाने का निर्णय लेना पड़ा है। इससे पहले सरकारी चिकित्सक एक जुलाई को धरना प्रदर्शन कर चुके हैं और 15 जुलाई को दो घंटे तक ओपीडी में सेवाएं बंद कर चुके हैं।

इन मांगों पर सहमति बनी थी। 
आपको बता दें कि जब 18 जुलाई को मीटिंग हुई, उसमें एसीएस ने 4, 9, 13 साल की सेवा पर एशोयर करियर प्रोग्रेशन (एसीपी) की अधिसूचना प्राप्त करने का आश्वासन दिया था। जबकि वर्तमान में एसीपी 5, 10, 15 वर्ष पर दिया जाता है। इसके अलावा पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए बांड राशि घटाकर 50 लाख करने व सीधी एसएमओ भर्ती नहीं किए जाने पर सहमति बनी थी।