सिरसा की बुर्जभंगू गौशाला में गौ महिमा के दिव्य संदेश के साथ श्री धेनू मानस कथा का भव्य शुभारंभ

हरियाणा के सिरसा में गौ माता की महिमा, भक्ति और आध्यात्मिक जागरण का अनुपम संगम बनी श्री धेनू मानस कथा का भव्य शुभारंभ श्री हरिराम गौशाला, बुर्जभंगू में हुआ। इस पावन कथा का वाचन हरिद्वार से पधारे गौ ऋषि स्वामी राजेन्द्रानंद महाराज के पावन मुखारविंद से हो रहा है।
पहले ही दिन श्रद्धालुओं का विशाल जनसमूह कथा में स िमलित हुआ और भक्तिभाव से ओतप्रोत वातावरण में गौ महिमा का श्रवण किया। प्रथम दिवस की कथा का शुभारंभ गौ माता की वंदना, वेद मंत्रों के उच्चारण और दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। स्वामी राजेन्द्रानंद महाराज ने कथा का वाचन करते हुए कहा कि गौ माता सनातन संस्कृति का आधार और समस्त जीवों की माता हैं। उनकी सेवा से सभी देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि जहां गौ माता की पूजा होती है, वहां सुख-समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति स्वत: ही आ जाती है।
गौ माता का महत्व एवं सनातन परंपरा में उनकी महिमा:
गौ ऋषि ने कथा में बताया कि श्रीमद्भागवत, रामायण, वेद और उपनिषदों में गौ माता की महिमा का विस्तार से वर्णन है। भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं गौसेवा को सर्वोच्च स्थान दिया और गोकुल में गौचारण किया। वेदों में गौ माता को कामधेनु कहा गया है, जो सभी प्रकार की इच्छाओं को पूर्ण करने वाली होती हैं। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति गौ माता को तृण (घास) अर्पित करता है,, उसे अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है। जो गौ माता की सेवा करता है, उसके कुल में दरिद्रता और कष्ट समाप्त हो जाते हैं।
गौ हत्या का पाप और गौ संरक्षण का संकल्प:
कथा में गौ रक्षा और गौसंवर्धन पर विशेष जोर दिया गया। स्वामी जी ने गौ हत्या को महापाप बताते हुए कहा कि जहां गौ माता की हत्या होती है, वहां से सुख, शांति और धर्म का नाश हो जाता है। उन्होंने सभी भक्तों से संकल्प दिलवाया कि वे गौ माता की रक्षा करेंगे, गौशालाओं का सहयोग करेंगे और अधिक से अधिक गौसेवा में अपना योगदान देंगे। कथा के अंत में संगीतमय गौ माता की महिमा के भजन प्रस्तुत किए गए, जिनमें भक्तगण भावविभोर होकर झूम उठे। कथा के प्रथम दिन की पूर्णाहुति श्री गौ माता की आरती से हुई, जिसमें सभी श्रद्धालुओं ने दीप प्रज्वलित कर गौ माता की आराधना की और गौ कृपा प्राप्त की।
कथा का प्रसारण श्री हरि टीवी सोशल मीडिया प्लेटफॉ र्स पर भी किया जा रहा है, ताकि दूरस्थ भक्तजन भी इस महिमा से लाभान्वित हो सकें। आने वाले दिनों में स्वामी राजेन्द्रानंद महाराज श्री धेनू मानस के माध्यम से गौ महिमा के गूढ़ रहस्यों, गौ आधारित जीवनशैली, भारतीय संस्कृति में गौ माता की भूमिका और गौशालाओं के महत्व पर प्रकाश डालेंगे।