Haryana: हरियाणा में आशा वर्कर्स मानदेय 26000 रुपये की मांग को लेकर कर रही धरना प्रदर्शन

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आशा वर्कर्स यूनियन संबद्ध सीआईटीयू और सर्व कर्मचारी संघ की ओर एक दस सूत्रीय मांग पत्र मंगलवार को वरिष्ठ भाजपा नेता गोबिंद कांडा को सौंपा। गोबिंद कांडा ने उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को विधायक की ओर से सरकार के समक्ष प्रमुखता से रखा जाएगा। आशा वर्कर्स यूनियन सिरसा की जिला प्रधान दर्शना के नेतृत्व में रानियां रोड स्थित एमडीएलआर कार्यालय में पहुंचकर विधायक गोपाल कांडा के नाम दस सूत्रीय मांगपत्र उनके अनुज वरिष्ठ भाजपा नेता गोबिंद कांडा को सौंपा। इस दौरान परमजीत कौर, मेनका, पिंकी, गीतादेवी, रेखा, कलावती, विद्या देवी, सुलोचना मौजूद रही।
वर्कर्स ने इस मांगपत्र में कहा गया है कि मांगों को लेकर वह लंबे समय से आंदोलनरत है पर उनकी मांगों को लेकर आज तक कोई समाधान नहीं किया गया है। प्रदेश के 20 हजार आशा वर्कर्स 8 अगस्त से हड़ताल पर है अगर समाधान न हुआ तो हड़ताल और आंदोलन जारी रहेगा। उनका कहना है कि वर्ष 2018 के बाद उनके काम में कई गुना वृद्धि कर दी गई है पर पिछले पांच सालों में उनके मानदेय में कोई वृद्धि नहीं की गई है। उन्हें पक्का कर्मचारी माना जाए और उनका मानदेय 26000 रुपये किया जाए।
उन्होंने मांग की है कि उनके मानदेय और प्रोत्साहन राशि को मंहगाई भत्ते के साथ जोड़ा जाए, ईएसआई, पीएफ, रिटायरमेंट बेनीफिट और सामाजिक सुरक्षा का लाभ दिया जाए, अनुभव और योग्यता के आधार पर पदोन्नत किया जाए, सब सेंटर पर आशा वर्कर्स के बैठने और सामान रखने का स्थान सुनिश्चित किया जाए, जिन गांवों में सब सेंटर नहीं है वहां पर आशा केंद्र खोले जाए,आठ एक्टीविटी के काटे गए 50 प्रतिशत को तुरंत वापस लिया जाए,
मुख्यमंत्री द्वारा घोषित सात हजार रुपये शीघ्र जारी किए जाए, आशा वर्कर्स को पीएचसी की मीटिंग में जाने और मरीजों के साथ जाने के लिए किराया भत्ता दिया जाए, रिटायरमेंट की आयु 65 साल की जाए और ड्रेस के लिए उन्हें दो हजार रुपये दिए जाए। गोबिंद कांडा ने उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को विधायक की ओर से सरकार के समक्ष प्रमुखता से रखा जाएगा।