सीडीएलयू सिरसा में सम्मान समारोह: छात्रों की उत्कृष्ट उपलब्धियों का जश्न, देखे लिस्ट

सिरसा चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर नरसीराम बिश्नोई ने कहा कि विद्यार्थी जीवन मानव जीवन का स्वर्णिम काल होता है। विद्यार्थियों को अपने समय का सदुपयोग करना चाहिए और लक्ष्य निर्धारित करके जीवन में आगे बढ़ना चाहिए। भारतीय संस्कृति विश्व की श्रेष्ठ संस्कृति है जो परंपराओं, मूल्यों, कला और विरासत को एक साथ जोड़ती है। विद्यार्थियों को सांस्कृतिक गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए।
नरसीराम बिश्नोई ने विश्वविद्यालय के सभागार में शुक्रवार को युवा कल्याण निदेशालय द्वारा आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि सीडीएलयू के विद्यार्थियों ने अलग-अलग स्तर पर आयोजित सांस्कृतिक प्रतियोगिताओ में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा कर राष्ट्रीय स्तर पर सीडीएलयू का नाम रोशन किया है जिसके लिए यहां के विद्यार्थी एवं प्राध्यापक बधाई के पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि संस्कृति हमारी पहचान का अभिन्न अंग है। सम्मान समारोह हमारी सांस्कृतिक धरोहर का विस्तार है, जो हमें उन व्यक्तियों को मान्यता देने और प्रेरित करने की परंपरा को बनाए रखने की सीख देता है, जिन्होंने उत्कृष्टता की मिसाल कायम की है। उन्होंने आगे कहा कि भारत की महान सभ्यता में सदैव कृतज्ञता और प्रशंसा व्यक्त करने की परंपरा रही है। चाहे वह गुरु वंदना के माध्यम से शिक्षकों का सम्मान हो या फिर कला, साहित्य और खेल के क्षेत्र में विशेष योगदान देने वालों का अभिनंदन। हमारी संस्कृति हमें सिखाती है कि मान्यता केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक सामाजिक उत्तरदायित्व है।
इस वर्ष विश्वविद्यालय के छात्रों ने अनेक प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। विश्वविद्यालय की टीम ने युवा महोत्सव ट्रॉफी जीतने से लेकर प्रतिष्ठित 'स्पंदन महोत्सवÓ में सफलता हासिल करने तक का सफर तय किया है। यह विश्वविद्यालय के लिए अत्यंत गौरवपूर्ण क्षण है। विश्वविद्यालय के छात्रों ने अखिल भारतीय विश्वविद्यालय लोक नृत्य प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर संस्थान का नाम रोशन किया है। यह उपलब्धि केवल छात्रों के प्रयासों का परिणाम नहीं, बल्कि विश्वविद्यालय के समर्पित शिक्षकों, प्रशिक्षकों और मार्गदर्शकों के सामूहिक प्रयासों का प्रमाण है।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की युवा कल्याण निदेशक डॉ मंजू नेहरा मुख्य अतिथि का स्वागत किया जबकि कल्चरल कोऑर्डिनेटर डॉ राकेश ने आए हुए मेहमानों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ राजेश कुमार बंसल, डीन अकादमिक अफेयर्स प्रोफेसर सुरेश गहलावत, टेक्निकल एडवाइजर कुलपति प्रोफेसर असीम मिगलानी, परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर राजकुमार सालार, डीन छात्र कल्याण प्रोफेसर राजकुमार, डीन फैकल्टी ऑफ लाइफ साइंसेज, निदेशक, विभागाध्यक्ष, विभिन्न महाविद्यालयो के प्राचार्य एवं छात्रगण उपस्थित रहे। इससे पूर्व विजेता विद्यार्थियों का विश्वविद्यालय पहुँचने पर भव्य स्वागत की एक सांस्कृतिक झांकी भी निकाली गई।
1. राष्ट्रीय स्तर पर सीडीएलयू का परचम लहराया
सीडीएलयू के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों ने एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज द्वारा आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन कर विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया।
• भांगड़ा (फोक ट्रॉयल डांस) में विश्वविद्यालय की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त कर अपने कौशल का परिचय दिया।
• फोक ऑर्केस्ट्रा, कार्टूनिंग, क्लासिकल म्यूजिक (पर्कशन) और माइम में छात्रों ने द्वितीय स्थान अर्जित किया।
• वेस्टर्न ग्रुप सांग, मेहंदी और पोस्टर मेकिंग में तृतीय स्थान प्राप्त किया।
2. स्पंदन उत्सव में विद्यार्थियों का दबदबा
स्पंदन प्रतियोगिता में भी सीडीएलयू के विद्यार्थियों ने फोक ट्रॉयल डांस, फोक ऑर्केस्ट्रा फेस्ट, वेस्टर्न ग्रुप सांग, वेस्टर्न सोलो फेस्ट, कार्टूनिंग, कोलाज और हिंदी कविता वाचन (एलोक्यूशन) में प्रथम स्थान हासिल किया। यह सफलता विद्यार्थियों की मेहनत और प्रशिक्षकों के बेहतरीन मार्गदर्शन का प्रमाण है।
3. नॉर्थ वेस्ट जोन में भी सीडीएलयू अव्वल
सीडीएलयू ने नॉर्थ वेस्ट जोन की प्रतियोगिताओं में भी शानदार प्रदर्शन किया और फोक ट्रॉयल डांस, फोक ऑर्केस्ट्रा, कार्टूनिंग, पोस्टर मेकिंग और मेहंदी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया। यह उपलब्धि विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक समर्पण और विद्यार्थियों की प्रतिभा को दर्शाती है।