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पूज्य महाराज द्वारा लिखित 2021 की डायरी में वसीयत महात्मा बीरेंद्र के नाम, संगत देखना चाहे तो दिखाएंगें डायरी – डेरा ट्रस्ट

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 पूज्य महाराज द्वारा लिखित 2021 की डायरी में वसीयत महात्मा बीरेंद्र के नाम, संगत देखना चाहे तो दिखाएंगें डायरी – डेरा ट्रस्ट 

कालांवाली – शाह मस्ताना बलोचिस्तानी आश्रम डेरा जगमालवाली में मौजिज लोगों व सरपंचों के सामने वर्ष 2021 की डायरी दिखाई गई है जिसका उल्लेख अमर सिंह ने Social Media पर किया था और कहा था कि वर्ष 2021 में पूज्य महाराज बहादुर चंद वकील साहब ने वसीयत को लेकर डायरी दिखाई थी जिसे वो पहचान सकते है। अब इसी डायरी को क्षेत्र के सरपंचों व पूज्य महाराज जी के भतीजे विष्णु जी व भांजे संजय जी ने Media के सामने भी रखा है।

इस मौके पर  डेरा जगमालवाली के साधु गुरमेल सिंह, पूज्य महाराज जी के भतीजे विष्णु जी, भांजा संजय जी व जगमालवाली से कुलदीप, गुरजन्ट नंबरदार, गुरदास सिंह, औढ़ा ब्लॉक समिति के चेयरमैन मंजीत सिंह चठा , ग्राम पंचायत फूलों के सरपंच कुलदीप सिंह, ग्राम पंचायत जलालआना से सरपंच, अंग्रेज सिंह, ग्राम पंचायत तिगड़ी के सरपंच पुष्पेंद्र सिंह, ग्राम पंचायत चोरमार से सरपंच जितेंद्र सिंह, पिपली से प्रवीण शर्मा, ग्राम पंचायत खोखर से सरपंच गुरप्रीत सिंह, ग्राम पंचायत नारंग से सरपंच सुखदीप सिंह, ग्राम पंचायत माखा से सरपंच लवप्रीत सिंह, ग्राम पंचायत असीर से सरपंच मलकित सिंह, ग्राम पंचायत टपी से सरपंच मनप्रीत सिंह, ग्राम पंचायत देसू मलकाना से सरपंच कुलवन्त सिंह, कालांवाली से रंटी सिंगला मौजूद रहें।  

इस डायरी में वसीयत भी महात्मा बीरेंद्र के नाम

Media से बातचीत में खोखर के सरपंच गुरप्रीत सिंह ने कहा कि पूज्य महाराज की 2021 की डायरी में भी वसीयत महात्मा बीरेंद्र के नाम है और यह डायरी महाराज जी ने अपने हाथ से लिखी हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि किसी को किसी प्रकार की शंकाएं नहीं रहनी चाहिए।

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डेरा मैनेजमेंट की ओर से वसीयत, ईलाज और संस्कार को लेकर एक-एक बिन्दु पर जानकारी दी गई है और उससे सभी लोग संतुष्ट है उन्होंने संगत से भी कहा की कोई गुमराह ना हो ओर डेरे में आकर सच्चाई को जरूर जान लेवें। 

महाराज ने लिखा : जो झगड़ा करेगा तो जीत बीरेंद्र की होगी

वर्ष 2021 की डायरी से यह भी खुलासा हुआ है कि पूज्य महाराज जी को इस बात का अहसास था कि बीरेंद्र के साथ झगड़ा किया जा सकता है इसलिए उन्होंने डायरी में ही लिखा हुआ है कि अगर कोई झगड़ा करेगा तो जीत बीरेंद्र की ही होगी।

यह भी लिखा है कि इसकी पुरानी भक्ति है और यह डेरे को ठीक तरीके से चला सकता है जो अधिकार मैनेजर साहब ने मुझे दिए मेरा चोला छोड़ने के बाद वे सब अधिकार बीरेंद्र के है।  डेरे ने संगत से आग्रह किया है कि झूठे लोगों की बातों में ना आए और सिमरन करते रहें सतगुरु अपने आप अंदर से तसल्ली देगा।

संस्कार को लेकर भी फैलाया गया भ्रम, संगत को गुमराह करने के लिए बोला जा रहा है झूठ

पूज्य महाराज जी के भतीजे विष्णु ने कहा कि संगत को लोगों ने गुमराह किया है। संगत में कहा गया की आनन फानन में दाह संस्कार की तैयारी की गई थी और इसके लिए लकड़ियाँ व पेट्रोल लाया गया था।

महाराज जी ने वर्ष 2021 में ही इसकी जानकारी दे दी थी पूज्य महाराज जी ने लिखा कि उनके चोला छोड़ने के बाद उनका संस्कार न किया जाए बल्कि सुपर्दे ए खाक करना है। महात्मा बीरेंद्र को भी यह बात महाराज जी ने एक साल पहले बता दी थी। इसलिए संस्कार जल्दी में कर रहें थे यह बिल्कुल झूठ बोला गया। 

अमर सिंह को भी किया गया था आमंत्रित

Social Media पर डेरे के खिलाफ लगातार पोस्ट डाल रहें अमर सिंह को भी 2021 की डायरी देखने के लिए कहा गया था लेकिन किसी कारण से वो आए नहीं।

महाराज जी के भतीजे विष्णु ने कहा कि डेरे के प्रति संगत में तरह-तरह की भ्रांतियाँ फैलाई जा रही है। महाराज जी के चोला छोड़ने की तारीख कभी 21 तो कभी 24 बताई जा रही है। कुछ लोगों द्वारा यह भी अफवाह फैलाई गई है कि महाराज जी के इलाज के दौरान किसी को महाराज जी से मिलने नहीं दिया गया जबकि डेरे के ट्रस्टियों, पूज्य महारज जी परिवार के लोग व दिल्ली की संगत के लोग तकरीबन 60-70 लोग पूज्य महाराज जी से मिले है। 

22 तारीख तक महाराज जी के बात करते हुए की Video डेरा में दिखाई जा रही है। कोई भी सत्संगी इलाज को लेकर Video व वसीयत को भी देख सकता है। यह Video महाराज जी की प्राइवसी के कारण सार्वजनिक नहीं की जा रही है। 

विष्णु जी ने यह भी कहा कि साध-संगत डेरे में आयें 2021 की डायरी में भी महात्मा बीरेंद्र को ही वसीयत सौंपी गई है। इसलिए संगत के मन में कोई भ्रम नहीं होना चाहिए। 

डेरा मैनेजमेंट ने कहा है कि इस डायरी से उन लोगों का झूठ बेनकाब हो गया है जो यह कह रहे है कि वर्ष 2023 में महाराज के बीमार होने के कारण दबाब में वसीयत करवाई गई है ।