home page

India Richest IAS Officer: भारत के सबसे अमीर आईएएस अफसर की कहानी, जीते हैं लग्जरी लाइफ, सैलरी मात्र एक रुपया लेते हैं

यूपीएससी क्लियर कर आईएएस-आईपीएस बनने का सपने कुछ ही लोग पूरा कर पाते हैं.
 | 
sxsx

India Richest IAS Officer Amit Kataria: यूपीएससी क्लियर कर आईएएस-आईपीएस बनने का सपने कुछ ही लोग पूरा कर पाते हैं. ऐसे ही एक शख्स हैं अमित कटारिया,  जो देश के सबसे अमीर IAS ऑफिसर हैं, जिनकी लग्जरी लाइफस्टाइल के आजकल खूब चर्चे हैं।

हम बात कर रहे हैं अमित कटारिया के बारे में, जिन पर देश के सबसे अमीर आईएएस होने का तमगा भी लग चुका है. अमित कटारिया ने कभी महज एक रुपया ही सैलरी के तौर पर लेने का फैसला भी लिया था. चलिए जानते हैं कि आईएएट अमित कटारिया ने कहां से और कितनी पढ़ाई -लिखाई की है...

करोड़ों की है संपत्ति 
कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आईएएस कटारिया की कुल संपत्ति करीब 8. 90 करोड़ रुपये है. वहीं, उनकी पत्नी भी पायलेट हैं, जिसका सैलरी पैकेज भी बहुत अच्छा है. सेंट्रल डेप्युटेशन पर रहने के बाद आईएस को हाल ही में अपने होम कैडर छत्तीसगढ़ में पोस्टिंग मिली है. अपनी नौकरी की शुरुआत में आईएएस कटारिया ने सिर्फ 1 रुपये सैलरी लेकर सबको चौंका दिया था, उनका यह फैसला भी काफी चर्चा में रहा था.  

कौन हैं IAS अमित कटारिया?
अमित छत्तीसगढ़ कैडर के साल 2004 बैच के आईएएस ऑफिसर हैं.  हरियाणा के गुरुग्राम में जन्मे कटारिया की स्कूली शिक्षा दिल्ली पब्लिक स्कूल से कंप्लीट हुई है. 

अमित ने आईआईटी दिल्ली से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की पढ़ाई की है. इसके बाद उन्होंने यूपीएससी देने का फैसला किया. साल 2003 में उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में न केवल सफलता हासिल की, बल्कि 18वीं रैंक हासिल कर एक बार फिर अपने नाम के झंडे गाड़ दिए. 

WhatsApp Group Join Now

कारोबार से भी बनी इतनी संपत्ति
लग्जरी लाइफस्टाइल जीने वाले अमित की संपत्ति की केवल उनकी सैलरी से नहीं, बल्कि उनके परिवार की रियल एस्टेट होल्डिंग्स की संपत्ति हैं. जानकारी के मुताबिक अमित की बेसिक सैलरी 56,000 है और उन्हें अन्य भर्ते और सुविधाएं भी मिलती हैं.  

इसके अलावा उनके परिवार का दिल्ली एनसीआर में रियल एस्टेट का बहुत बड़ा कारोबार है. वह प्रशासन में सुधार लाने के लिए सिविल सेवा में आए थे. घूमने फिरने के शौकिन अमित बेहद लग्जरी लाइफ जीते हैं. 

आईएएस कटारिया जिला कलेक्टर, संयुक्त सचिव जैसे कई अहम पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. आईएएस अमित कटारिया की कहानी ईमानदारी और प्रतिबद्धता का प्रतीक है.