सीडीएलयू सिरसा के संस्कृत विभाग में अंतर-विश्वविद्यालयीय प्रतियोगिताओं का आयोजन, ये बने विजेता

हरियाणा के सिरसा में स्थित चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय, सिरसा के संस्कृत विभाग में अंतर-विश्वविद्यालयीय प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के संयुक्त तत्वाधान में हुआ। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ राजेश कुमार बंसल ने इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए कहा कि संस्कृत अनेक भाषाओं की जननी है और इस क्षेत्र में रोजगार की अपार सम्भावनाएँ हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को अपने समय का सदुपयोग करना चाहिए और लक्ष्य निर्धारित करके जीवन में आगे बढ़ना चाहिए।
इस अवसर पर हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के संस्कृत प्रकोष्ठ के निदेशक डॉ. चितरंजन दयाल सिंह कौशल ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की और संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए अकादमी की विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। उन्होंने संस्कृत भाषा के संवर्धन पर बल देते हुए कहा कि इस भाषा को बढ़ावा देने के लिए अनेक संस्थाएँ कार्यरत हैं। अकादमी भी संस्कृत प्रतियोगिताओं, विचार गोष्ठियों, कवि सम्मेलनों एवं प्रशिक्षण वर्गों का आयोजन कर रही है। इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया और विजेताओं को स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
संस्कृत विभाग के अध्यक्ष डॉ. रविंद्र कुमार ने मेहमानों का स्वागत किया जबकि इस कार्यक्रम के संयोजक डॉ राकेश ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम की शुरुआत विभागीय छात्रों द्वारा मंत्र पाठ, सरस्वती वंदना एवं संस्कृत गीत की प्रस्तुति से हुई। इसके बाद प्रश्न-मंच प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें नौ टीमों के कुल 27 छात्रों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में वैदिक एवं लौकिक साहित्य, वेद और व्याकरण पर आधारित प्रश्न पूछे गए। इसमें चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
इसके उपरांत श्लोक उच्चारण प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें 28 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इसमें संस्कृत विभाग की छात्रा मनीष ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि राजकीय महाविद्यालय, जमाल की छात्रा सुनीता द्वितीय स्थान पर रही। इसी महाविद्यालय की छात्रा मनीषा तृतीय स्थान पर रही, जबकि श्री सनातन धर्म संस्कृत महाविद्यालय के छात्र संदीप को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।
भाषण प्रतियोगिता में 12 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इसमें जीजे एजुकेशन कॉलेज की छात्रा कविता ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, सनातन धर्म संस्कृत महाविद्यालय की छात्रा चेतना द्वितीय स्थान पर रही एवं राजकीय महाविद्यालय, भट्टू कलां की छात्रा मन मोहिनी तृतीय स्थान पर रही। वहीं, सनातन धर्म संस्कृत महाविद्यालय की छात्रा प्रिया को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
इस कार्यक्रम में कुल 67 प्रतिभागियों ने भाग लेते हुए प्रथम, द्वितीय, तृतीय और सांत्वना पुरस्कारों को जीत कर अपने-अपने संस्थानों का नाम रोशन किया। इस अवसर पर डॉ राजवीर, डॉ. हरीश, डॉ. रवीना, द्रोण प्रसाद कोइराला, श्रीनिवास, हरिओम भारद्वाज, अनिल एवं कविता ने निर्णायक मंडल की भूमिका निभाई।
वहीं इस कार्यक्रम में उनके साथ दीक्षांत समारोह के समन्वयक जेसीडी आईबीएम की प्राचार्या डॉ. हरलीन कौर के अलावा अन्य कॉलेजों के प्राचार्यगण एवं जेसीडी विद्यापीठ के रजिस्ट्रार सुंधाशु गुप्ता, सीडीएलयू से विभिन्न अधिकारीगण एवं प्राध्यापकगण सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहें। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यातिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा मॉ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। वहीं इस मौके पर जेसीडी विद्यापीठ की वार्षिक रिपोर्ट का भी सभी अतिथियों द्वारा विमोचन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों एवं संस्थान की उपलब्धियों का व्याख्यान किया गया है।