चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय में अंतरविश्वविद्यालयीय संस्कृत प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
Mahedra india news, new delhi
चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय, सिरसा के संस्कृत विभाग द्वारा हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, पंचकूला के सहयोग से अंतरविश्वविद्यालयीय संस्कृत प्रतियोगिता का भव्य आयोजन संस्कृत विभाग के सभागार में किया गया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन एवं मंगलाचारण से हुआ। दीप प्रज्वलन विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. विजय कुमार, कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार, हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, पंचकूला के निदेशक डॉ. चित्तरंजन दयाल सिंह कौशल तथा विभागाध्यक्ष डॉ. रोहतास द्वारा किया गया। विभागाध्यक्ष डॉ. रोहतास ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि संस्कृत विभाग सदैव संस्कृति, साहित्य और परंपरा के संवर्धन हेतु प्रतिबद्ध रहा है।
डॉ. राकेश कुमार ने विभाग की शैक्षणिक, शोध एवं सांस्कृतिक गतिविधियों का परिचय प्रस्तुत किया।
कुलगुरु प्रो. विजय कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि संस्कृत केवल एक भाषा नहीं, बल्कि भारतीय सभ्यता की आत्मा है। यह हमारी वैचारिक, नैतिक और सांस्कृतिक चेतना की धारा है, जिसने युगों-युगों तक विश्व को ज्ञान, शांति और मानवता का संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएँ विद्यार्थियों में अभिव्यक्ति, अनुशासन और भारतीय संस्कारों के प्रति अनुराग को प्रोत्साहित करती हैं। कुलपति ने संस्कृत विभाग के इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय सदैव भारतीय भाषाओं एवं परंपराओं के संरक्षण और संवर्धन के लिए कटिबद्ध है।
निदेशक डॉ. चित्तरंजन दयाल सिंह कौशल का स्वागत करते हुए कहा गया कि संस्कृत भाषा, भारतीय संस्कृति और हरियाणवी साहित्य के प्रति उनकी निष्ठा और विद्वत्तापूर्ण दृष्टि विभाग के लिए प्रेरणास्पद है। उनके मार्गदर्शन से यह प्रतियोगिता संस्कृत सेवा को नई दिशा प्रदान कर रही है। कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार ने अपने संदेश में कहा कि संस्कृत भाषा में हमारी सांस्कृतिक आत्मा का वास है। उन्होंने प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ देते हुए भाषा के अध्ययन और संरक्षण का आह्वान किया।
प्रतियोगिता का शुभारम्भ शलोकोच्चारण प्रतियोगिता से हुआ, जिसमें विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्रतिभागियों ने उत्कृष्ट प्रस्तुति दी। निर्णायक मण्डल ने शुद्ध उच्चारण, अर्थग्रहण और अभिव्यक्ति के आधार पर मूल्यांकन किया। कार्यक्रम का संचालन शोध छात्र भूपेन्द्र ने किया तथा कोमल ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। निर्णायक मण्डल में डॉ. राजबीर, श्रीनिवास शास्त्री, द्रोण प्रसाद, डॉ. संदीप, डॉ. हरीश, डॉ. शिशुपाल एवं कविता ने निर्णायक की भूमिका निभाई।कार्यक्रम का समापन शांति मंत्र के साथ हुआ। सम्पूर्ण आयोजन अनुशासन, उत्साह और संस्कृत-संवेदना से ओतप्रोत रहा। उपस्थितजनों ने संस्कृत विभाग के इस प्रेरक आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा की और ऐसे आयोजनों के निरंतर आयोजन की कामना की।
बॉक्स आइटम — प्रतियोगिताओं के परिणाम
भाषण प्रतियोगिता
प्रथम – मनीष, संस्कृत विभाग, सीडीएलयू
द्वितीय – कविता, जे. जी. कॉलेज, सिरसा
तृतीय – अजय, संस्कृत विभाग, सीडीएलयू
सांत्वना – स्वाति, एफ.एम. महाविद्यालय, आदमपुर
श्लोकगान प्रतियोगिता
प्रथम – कविता, जे. जी. कॉलेज, सिरसा
द्वितीय – सुनिता, सी.के.आर.एम. कॉलेज, सिरसा
तृतीय – मोनिका, फिरोज आर. मेमोरियल कॉलेज, सिरसा
सांत्वना – परमजीत, जे.सी.डी. कॉलेज, सिरसा
प्रश्नमंच प्रतियोगिता
प्रथम – श्री सनातन धर्म संस्कृत कॉलेज, सिरसा
द्वितीय – म.रा. गोदारा राजकीय कॉलेज, सिरसा
तृतीय – एम.एम. कॉलेज, सिरसा
