JCD Memorial College Sirsa: साइबर क्राइम, डिजिटल इंडिया और नशा मुक्ति पर युवाओं की जिम्मेदारी: डॉ जयप्रकाश
JCD Memorial College Sirsa: Youth's responsibility on cyber crime, digital India and de-addiction: Dr. Jaiprakash

हरियाणा के सिरसा में स्थित जेसीडी मेमोरियल कॉलेज की एनएसएस विंग द्वारा राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल, खैरेकां में आयोजित 7 दिवसीय विशेष एनएसएस शिविर का विधिवत समापन हुआ। शिविर के समापन पर सीडीएलयू के एनएसएस व वाईआरसी संयोजक एवं सोशियोलॉजी विभाग के चेयरपर्सन डॉ. रोहताश मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज की प्राचार्या डॉ. शिखा गोयल ने की, जबकि विशिष्ट अतिथियों में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, खैरेकां के प्रधानाचार्य श्री रणजीत सिंह और श्री चंद्रभान मौजूद रहे। शिविर के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले 15 स्वयंसेवकों को सम्मानित किया गया।
जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक डॉ. जयप्रकाश ने शिविर की सफलता पर विद्यार्थियों, प्राचार्या और एनएसएस प्रभारी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह शिविर युवाओं में नेतृत्व क्षमता, सेवा भावना और सामाजिक समस्याओं को समझने की दक्षता विकसित करने का सशक्त माध्यम है। उन्होंने विद्यार्थियों से साइबर क्राइम और डिजिटल इंडिया जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर समाज में जागरूकता फैलाने की अपील की। साथ ही, उन्होंने कहा कि नशा मुक्त भारत का सपना तभी साकार होगा जब युवा पीढ़ी इसके खिलाफ एकजुट होकर अभियान चलाएगी।
मुख्य अतिथि डॉ. रोहताश ने एनएसएस के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह मंच युवाओं को समाज सेवा के माध्यम से उनके व्यक्तित्व विकास का अवसर प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता, समाज के प्रति संवेदनशीलता और राष्ट्र के विकास में भागीदारी की भावना को प्रोत्साहित करते हैं। प्राचार्या डॉ. शिखा गोयल ने भी विद्यार्थियों को समाज सेवा और जागरूकता अभियानों में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया।
इस सात दिवसीय शिविर में विभिन्न सामाजिक और जागरूकता संबंधी गतिविधियाँ आयोजित की गईं। शिविर के दौरान विद्यार्थियों ने योग सत्र में भाग लिया, जिसमें सूर्य नमस्कार, अनुलोम-विलोम और अन्य योगाभ्यास किए गए। विद्यार्थियों ने विभिन्न सामाजिक संस्थाओं का दौरा कर श्रमदान भी किया।
शिविर के पहले चरण में "मेरे देश का युवा और डिजिटल इंडिया" थीम पर एक रैली निकाली गई, जिसमें साइबर क्राइम और डिजिटल इंडिया के महत्व पर जागरूकता फैलाई गई। इसके अलावा, नशा मुक्ति अभियान के तहत नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी गई।
विद्यार्थियों ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खैरेकां में सफाई अभियान चलाया, जिसमें स्कूल परिसर, बरामदों और पार्कों की सफाई की गई। पेड़-पौधों को पानी देने के साथ परिसर को स्वच्छ बनाने का प्रयास किया गया। प्रधानाचार्य श्री रणजीत सिंह ने इन प्रयासों की सराहना की।
भाई कन्हैया आश्रम में विद्यार्थियों ने अनाथ, बेसहारा और वृद्धजनों से मुलाकात की। मानसिक रूप से पीड़ित बच्चों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम ने सभी को भावुक कर दिया। विद्यार्थियों ने हेलेन केलर स्कूल और दिशा स्कूल में भी समय बिताया और स्वच्छता अभियान चलाया। कस्तूरबा गांधी वृद्धाश्रम में भी सफाई अभियान चलाने के साथ बुजुर्गों से संवाद किया गया।
जिला नागरिक अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. महेंद्र कुमार भादू के निर्देशानुसार, आईसीटीसी काउंसलर कमल निर्वाण ने विद्यार्थियों को एड्स और नशा मुक्ति के प्रति जागरूक किया। उन्होंने एचआईवी के कारण, लक्षण और रोकथाम के उपायों की जानकारी दी।
एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सीमा रानी ने विद्यार्थियों को एनएसएस की गतिविधियों और उद्देश्यों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि एनएसएस के माध्यम से विद्यार्थी समाज सेवा के महत्व को समझते हैं और अपने आस-पास सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित होते हैं।इस दौरान वालंटियर्स रवि, सुखविंदर, मनीषा, गुरदित्त और हरमन का अहम योगदान रहा।