सिरसा के द सिरसा स्कूल में दो दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिता का कांता चौटाला ने किया रंग-बिरंगे गुब्बारों के साथ शुभारंभ

हरियाणा के सिरसा में द सिरसा स्कूल में दो दिवसीय वार्षिक खेल प्रतियोगिता आयोजित की गई। कांता चौटाला ने रंग-बिरंगें गुब्बारों को उड़ा कर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। स्कूल मैदान में आयोजित यह कार्यक्रम एथलेटिक्स, टीमवर्क और स्कूल भावना का एक शानदार उत्सव था, जिसमें छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को एक साथ मैत्रीपूर्ण प्रतिस्पर्धा और खेलकूद के प्रति जागरूकता बढ़ाना और शारीरिक गतिविधियों के महत्व को समझाना था।
इस विशेष अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध खेल व्यक्तित्व हरपाल सिंह (ओलंपिक हॉकी खिलाड़ी) को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर उनकी असाधारण उपलब्धियों और खेल के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता ने वातावरण को प्रेरणा से भर दिया, जिससे हमारे छात्रों को बड़े सपने देखने और अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। विशिष्ट अतिथि डा. बलदेव सिंह (कोच ऑफ ओलंपियंस सरदारा सिंह और हरपाल सिंह), मनिंदर सिंह बरार (चेयरमैन द सिरसा स्कूल), निदेशक प्राचार्या मनीषा गोदारा (द सिरसा स्कूल), कवल जीत विर्क (हेड मिस्ट्रेस जूनियर विंग) व अन्य गणमान्य अतिथियों ने कार्यक्रम में शिरकत की। उनका स्वागत विद्यालय की निदेशक प्राचार्या मनीषा गोदारा द्वारा किया गया। दिन की शुरुआत एक प्रेरणादायक उद्घाटन समारोह से हुई, जहां स्कूल की निदेशक प्राचार्या मनीषा गोदारा ने उपस्थित लोगों का स्वागत किया और अनुशासन, टीमवर्क और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने में खेलों के महत्व पर जोर दिया। विद्यालय के सभी प्रशिक्षित कोचों का योगदान, परिश्रम और अतुलनीय प्रोत्साहन इस दिन की अपार सफलता का सूचक बना।
हमारे विद्यालय में इस वर्ष के खेल दिवस का आग़ाज़ विद्यार्थियों और शिक्षकों के उत्साह को बढ़ाने के लिए मशाल जलाने से किया गया। यह परंपरा खेल दिवस की शुरुआत को स मानित करने और विद्यार्थियों में जोश और समर्पण की भावना को जगाने के उद्देश्य से की जाती है। खेल दिवस का शुभारंभ घुड़सवार के माध्यम से ध्वजारोहण करके किया। मु य अतिथि ने इस अवसर पर अपने प्रेरणादायक शब्दों से छात्रों को खेलों के महत्व के बारे में बताया और यह भी सांझा किया कि खेलों में भाग लेने से केवल शारीरिक विकास ही नहीं, बल्कि मानसिक विकास भी होता है। मशाल जलाने की परंपरा को एक प्रतीक माना जाता है, जो संघर्ष, समर्पण और आत्मविश्वास का प्रतीक है। उन्होंने स्कूल की स्पोर्ट्स अकैडमी के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए हॉकी को खिलाड़ियों के मध्य लाने का आग्रह किया और उन्हें हरसंभव योगदान देने का आश्वासन भी दिया। इसके बाद छात्रों ने स्कूल के बैंड की मधुर और जोशीली ध्वनि का अनुसरण करते हुए मार्च पास्ट किया और शपथ ग्रहण करके मु य अतिथि को सलामी दी। मु यत इस खेल महोत्सव में प्री. प्राइमरी से छठीं कक्षा तक, सब-जूनियर सातवीं से आठवीं व सीनियर में नौवी से बारहवीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं के वर्ग में अलग-अलग प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। खेल प्रतियोगिताओं में ट्रैक और फील्ड रेस, जिसमें 100 मीटर दौड़, 200 मीटर दौड़, लांग जंप, रिले रेस, शॉट पुट, योगा, ताइक्वांडो, वुशू, जिमनास्टिक्स, टग ऑफ़ वॉर, प्री नर्सरी, नर्सरी, एलकेजी की लॉवर रेस, बन्नी रेस, लेटर वर्ड रेस, हैंडकर चीफ रेस फुट प्रिंट रेस आदि का आयोजन किया गया था। सभी कक्षाओं के छात्रों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया और अपनी प्रतिभा और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन किया। समारोह के समापन पर द सिरसा स्कूल की निदेशक प्राचार्या मनीषा गोदारा ने मु य अतिथि को धन्यवाद देते हुए कहा कि आज हमारे छात्रों द्वारा प्रदर्शित खेल भावना वास्तव में सराहनीय है। यह इस बात की याद दिलाता है कि हमारे युवा शिक्षार्थियों को न केवल अकादमिक रूप से, बल्कि शारीरिक और मानसिक रूप से भी विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करना कितना महत्वपूर्ण है। यह कार्यक्रम स्कूल स्टाफ, स्वयंसेवकों और प्रायोजकों के सहयोग से संभव हो सका। संस्थान के सभी सदस्यों ने निदेशक प्राचार्या मनीषा गोदारा के दूरदर्शी नेतृत्व और निरंतर समर्थन के लिए हार्दिक धन्यवाद दिया, जिन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। स्कूल की तरफ से अतिथियों को स्मृति चिह्न प्रदान किए गए। राष्ट्रीय गीत के साथ एथलेटिक मीट का समापन किया गया।